2017-07-20 17:02:00

प्रवासियों का स्वागत करना सुसमाचार के अनुसार अनिवार्य है, धर्माध्यक्ष सेट्स


अमेरिका, गुरुवार, 19 जुलाई 2017 (फिदेस) “ईश्वर ने एक दुनिया की सृष्टि है जहाँ जीवन के भोज हेतु सभों के लिए स्थान है।” उक्त बातें अमेरीका एल पासो, टेक्सस के धर्माध्यक्ष मार्क जे. सेट्स ने अपने प्रेरितिक पत्र “दुःख और संतप्त दूर हो” में कही।

उन्होंने कहा, “मैं कलीसिया की शिक्षा को राजनीति से बदलना नहीं चाहता लेकिन एक प्रेरित के रुप में मेरा यह कर्तव्य है कि मैं येसु की शिक्षा का अनुसरण करुँ।” उन्होंने कलीसिया की शिक्षा को उद्धत करते हुए कहा, “सुसमाचार हमें स्पष्ट रुप से कहता है कि जो परदेशी तुम्हारे बीच में निवास करता है उसके साथ तुम अपने देश के नागरिक-सा बर्ताव करो।” धर्माध्यक्ष ने सामाजिक व्यवस्था कि आलोचना करते हुए कहा कि कुछ लोग अपने फ़ायदे हेतु कुछ लोगों को देश में प्रवेश करने से रोकते हैं जो कि प्रवासियों के प्रति देश के ऐतिहासिक समर्पण को नष्ट करता है। फीदेस समाचार को भेजे गये प्रेरितिक प्रति में प्रवासियों के समर्थन में विभिन्न धर्माध्यक्षों ने साक्ष्य दिया है जिससे प्रवासियों के समुदाय और केन्द्रीय अमेरीका के लोगों की स्थिति के बारे में चिंतन किया जा सके जो “आशा की यात्रा” है।

उन्होंने चार वर्ष पूर्व अपनी सीमा रेखा में संत पापा की यात्रा की चर्चा करते हुए कहा कि लेकिन अब भी प्रवासियों की स्थिति में कुछ परिवर्तन नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रवासी नियमावली व्यर्थ जान पड़ती है क्योंकि यह समस्या का समाधान नहीं करती चूंकि “निर्वाचित नेता इसे पूर्णरूपेण संयोजित करने का साहस नहीं करते हैं। धर्माध्यक्ष ने अपने पत्र के अंत में एकता हेतु आहृवान करते हुए कहा, “प्रत्येक साल सीमा रेखा में सीडाड जुआरेज, लास क्रूज़ और एल पासो के विश्वासी ख्रीस्तयाग में सम्मिलित होते हैं। हम लोग एक दीवार या नदी के द्वारा, अर्थव्यवस्था और प्रवासी नियमों के तहत एक दूसरे से अलग हैं, लेकिन इन सारी चीजों के बावजूद यूखारीस्त बलिदान हम सभों को येसु ख्रीस्त में एक मानव समुदाय के रुप में संयुक्त करता है।”








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