2017-07-14 16:34:00

पूर्वी-अफ्रीका पीड़ितों हेतु आयरलैण्ड कलीसिया द्वारा सहायता की पहल


वाटिकन सिटी, शुक्रवार 14 जुलाई 2017 (रेई) आयरलैण्ड काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने घोषणा की, कि आगामी 22 और 23 जुलाई को पूर्वी-अफ्रीका के पीडितों हेतु जीवन बचाव सहायता मद के तहत मिस्सा बलिदान के दौरान विशेष राशि जमा की जायेगी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने घोषणा की, कि आगामी 22 और 23 जुलाई को पूर्वी-अफ्रीका के पीडितों हेतु जीवन बचाव सहायता मद के तहत मिस्सा बलिदान के दौरान विशेष राशि जमा की जायेगी। 

धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने कहा कि जमा राशि ट्रॉकेयर, आयरलैंड में काथलिक कलीसिया के विदेशी विकास संघ को सुपुर्द किया जायेगा जिसे वह पूर्वी अफ्रीका के 25 मिलियन आकाल पीड़ितों की सहायता हेतु प्रदान करेगा।

विदित हो कि आकाल और सूखा के कारण वर्तमान में पूर्वी-अफ्रीका के देशों केन्या, दक्षिणी अफ्रीका, सोमालिया और इथोपिया को एक विकट परिस्थिति से हो कर गुजरना पड़ रहा है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने पूर्वी-अफ्रीका की स्थिति को द्वितीय विश्व के बाद सबसे बड़ी मानवीय त्रासदी घोषित करार दिया है।

अरमग महाधर्माप्रन्त के महाधर्माध्यक्ष इमॉन मार्टिन और आयरलैंड के पुरोहितों ने पूर्वी अफ्रीका की विकट परिस्थिति को देखते हुए अपने पल्लियों से विश्वासियों से सहायता का आहृवान किया। “समय पर वर्षा की कमी और देश में लम्बे आकाल की स्थिति ने पूर्वी-अफ्रीका को प्रभावित कर दिया है। पूरे प्रान्त में लाखों की संख्या में लोग भुखमरी का शिकार हुए हैं।”

क्लोन के धर्माध्यक्ष और ट्रॉकेयर संस्था के अध्यक्ष, धर्माध्यक्ष विलियम क्रीम ने कहा कि संस्था जमीनी स्तर पर कार्य कर रही है। “ट्रॉकेयर वर्तमान में इस संकट के प्रति जागरूकता लाने हेतु प्रचार के कार्य करने में संलग्न है। हम पीड़ितों को आवश्यक खाद सामग्री, पानी और स्वास्थ्य की चीज़ें प्रदान कर रहें हैं।” उन्होंने बतलाया कि ट्रॉकेयर स्वास्थ्य केन्द्र प्रति माह करीब उन्नीस हजार लोगों को कुपोषण और इससे संबंधित बीमारियों से उपचार कर रही है। स्थानीय पल्लीवासियों की सहायता से आने वाले दिनों में दस हजार से अधिक लोगों को सहायता प्रदान की जायेगी।








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