2017-07-05 15:53:00

पूर्वोत्तर भारत से लड़कियों की तस्करी करने के नए तरीकों की खोज


शिलॉग, बुधवार 5 जुलाई 2017 (वीआर अंग्रेजी) : ″भारत के दूरदराज पूर्वोत्तर राज्यों से युवा लड़कियों को अच्छी नौकरी का प्रलोभन दिया जाता है और नेपाल के पासपोर्ट पर दक्षिण पूर्व एशिया और मध्य पूर्व देशों के लिए उनका अवैध व्यापार किया जाता है। ये तस्कर जांच से बचने के नए तरीके तरीके अपना रहे हैं। पिछले दो वर्षों में पश्चिम बंगाल राज्य के उत्तरी भाग और पूर्वोत्तर राज्यों से 100 से भी अधिक लड़कियों की तस्करी की गई और 50 से 60 प्रतिशत लड़कियों का पासपोर्ट नेपाल से जारी किया गया था।″  उक्त बातें तस्कर विरोधी चारिटी इम्पल्स एनजीओ नेटवर्क की संस्थापिका हसीना खारभीह ने शिलॉग से फोन द्वारा थोमसन रेउटर्स फाउनडेशन से कहा। भारतीय पासपोर्ट से मध्य पूर्वी देशों के लिए वीसा मिलना बहुत कठिन है अतः एजेंट नेपाल से वीसा बनवा लेते है। काठमंडू में पासपोर्ट और वीसा दोनों ही बन जाता है।

तस्कर महिलाओं को गल्फ देशों में पर्यटन वीसा पर भेजने का नया तरीका अपना रहे हैं। वे नेपाल और अन्य पड़ोसी देशों के माध्यम से भी कोशिश कर रहे हैं। जहां तस्करों के साथ अधिकारियों की भी मिलीभगत होने का संदेह है।

तस्कर विरोधी सदस्यों का कहना है कि तस्कर काठमांडू हवाई अड्डे से लड़कियों के साथ यात्रा करते हैं और कुवैत या ओमान जैसे खाड़ी देशों तक पहुचाते हैं। दक्षिणपूर्व एशिया में जैसे सिंगापुर और मलेशिया के लिए लड़कियों को म्यांमार से तस्करी की जाती है।








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