न्यूयॉर्क, बृहस्पतिवार, 29 जून 17 (रेई): परमधर्मपीठ ने सामूहिक विनाश के हथियारों के प्रसार के अंत हेतु अपनी अपील को नवीकृत किया है। उन्होंने कहा है कि इस मामले में संयुक्त राष्ट्र के संकल्प के छः महीनों बाद भी बदलाव में कमी है।
अमरीका के लिए वाटिकन के स्थायी पर्यवेक्षक एवं प्रेरित राजदूत महाधर्माध्यक्ष बेर्नादितो औजा ने सुरक्षा परिषद के एक खुले विवाद में यह अपील दोहरायी है।
संयुक्त राष्ट्र ने 15 दिसंबर 2016 को सामूहिक विनाश के हथियारों के अप्रसार पर संकल्प 2325 अपनाया था।
महाधर्माध्यक्ष औजा ने कहा कि संकल्प के बावजूद इस संबंध में स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा, ″जैसा कि संत पापा ने कहा है, हम कहते हैं कि युद्ध फिर कभी नहीं किन्तु हथियारों का उत्पादन भी जारी रखते हैं और उन लोगों के लिए बेचते हैं जो एक-दूसरे के खिलाफ युद्ध में संलग्न है।″
उन्होंने कहा कि संत पापा इस संकल्प का पूरा समर्थन करते हैं जो सामूहिक विनाश के हथियारों के प्रचार को रोकने हेतु प्रेरित करेगा तथा अंतरराष्ट्रीय मामलों के संचालन में सशस्त्र बल पर दुनिया की निर्भरता में कमी आयेगी।
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