2017-06-28 16:30:00

इटली के श्रमिक संघों के प्रतिनिधियों को संत पापा फ्राँसिस का संदेश


वाटिकन सिटी, बुधवार,28 जून 2017 (फीदेस) : वाटिकन के संत पापा पौल छठे सभागार में संत पापा फ्राँसिस ने इटली के श्रमिक संघों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की।

संत पापा ने कांग्रेस के लिए जमा हुए सभी प्रतिनिधियों का स्वागत किया और संघ के महासचिव को उसकी प्रस्तुति के लिए धन्यवाद दिया।

कांग्रेस के लिए चुने हुए विषय ″एक व्यक्ति के लिए, एक काम के लिए" की सराहना करते हुए संत पापा ने कहा कि व्यक्ति और काम दो शब्द हैं परंतु इन दोनों को एक साथ होना चाहिए। क्योंकि काम बिना व्यक्ति के संपन्न नहीं होता। यदि काम से व्यक्ति को हटा दें तो काम भी अमानवीय रूप में समाप्त होता है। काम के बिना व्यक्ति अधूरा है क्योंकि व्यक्ति अपने में पूरा महसूस करता है जब वह कार्यकर्ता बनता है। इतिहास में हम पाते हैं कि कामों और सहयोग द्वारा समाज का विकास हुआ और समाज की प्रगति हुई। प्रति दिन लाखों लोग काम करते हुए एक दूसरे का सहयोग देते हैं। कुछ बच्चों को पढ़ाते हैं, कुछ ऑफिसों में काम करते हैं तो कुछ मशीनों में मेकानिक का काम करते हैं। काम नागर समाज के प्रति रोमांटिक या बनावटी प्रेम नहीं है परंतु यह सच्चा और ठोस प्रेम है जो हमारे जीवन के लिए आवश्यक है और यह समाज को आगे ले चलता है।

संत पापा ने कहा कि निश्चय ही मनुष्य हमेशा सिर्फ काम नहीं करता और हमें सब समय काम नहीं भी करना चाहिए। बच्चे काम नहीं करते, बीमारी के समय हम काम नहीं करते, बुजूर्ग काम नहीं करते। बहुत से लोग हैं जो काम नहीं करते हैं क्योंकि उनके पास काम नहीं है। यह भी सच है कि आज दुनिया में बहुत से बच्चे काम करते हैं। जबकि बच्चों और युवाओं का काम है पढना, अधय्यन करना। बहुत से लोग गरीबी के कारण सेवानिवृत होकर भी काम करते हैं। जब एक कार्यकर्ता काम करते हुए बीमार पड़ जाता है तो दक्षता के नाम पर उसे अस्वीकार या काम से निकाल दिया जाता है। जबकि अगर एक बीमार व्यक्ति को अपनी सीमाओं के भीतर, काम करने दिया जाता है तो यह काम भी उसे चंगा करेगा। अन्य लोगों के साथ काम करने की खुशी उसे और अन्यों को भी मिलेगी।

संत पापा ने दो महत्वपूर्ण चुनौतियों पर जोर दिया जिसे परिसंघ श्रमिक संघों को सबकी भलाई के लिए इन चुनौतियों का सामना करने हेतु आवश्यक भूमिका निभाना है।

पहली चुनौती है भविष्यवाणी, जो संघ के स्वभाव से संबंधित है, उसका सच्चा पेशा। संघ समाज के भविष्यवाणी प्रालेख की अभिव्यक्ति है। संघ का जन्म सभी समय बाईबिल के भविश्यवक्ताओं को समान होता है। यह उन आवाजहीन लोगों के लिए आवाज बनता है, जिन्होंने गरीबों की निंदा की है तथा जूतों की जोड़ी के दाम कंगाल को बेचा है।(आमोस 2,6) उन लोगों को बेनकाब करना जो सबसे कमजोर श्रमिकों के अधिकारों को रौंदते हैं। विदेशी कार्यकर्ताओं को सुरक्षा प्रदान करना।

दूसरी चुनौती: नई खोज। भविष्यवक्ता वे संतरी हैं जो अपने तलाश पोस्ट में खड़े हैं। संतरी के समान संघ को भी काम की रेख रेख, लोगों को काम के स्थानों में और बाहर भी सुरक्षा करनी चाहिए। संत पापा ने कहा, ″हमारे समय के पूंजीवाद संघ के मूल्य को नहीं लेते हैं क्योंकि वे अर्थव्यवस्था की सामाजिक प्रकृति, जीवन, उद्यम,  संबंध और प्रावधानों को भूल गये हैं। संत पापा ने गरीबों, प्रवासियों और दूर दराज में रहने वालों की सुरक्षा और काम के अधिकारों के प्रति आवश्यक भूमिका निभाने हुए कोने का मील पत्थर बनने की प्रेरणा दी।








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