वाटिकन रेडियो, सोमवार, 19 जून 2017 (रेई) : इंग्लैंड और वेल्स में रविवार 18 जून को ‘जीवन दिवस’ मनाया गया। इसका उद्देश्य हर चरण पर और हर हालत में मानव जीवन के अर्थ और मूल्य के बारे में जागरूकता पैदा करना है।
इस साल संत पापा फ्राँसिस ने इस पहल के समर्थन में एक संदेश भेजा। जिसमें उन्होंने "जीवनदायिनी माता मरियम के संरक्षण में सभी को समर्पित किया।" साथ ही उन्होंने माता मरियम से उन लोगों के लिए याचना की जो अपने बेटे येसु में विश्वास करते हैं वे जीवन की गवाही को जारी रख सकें और सभी भले लोगों के साथ मिलकर सत्य और प्रेम की संस्कृति को आगे बढ़ाने में योगदान दे सकें।"
वेस्टमिंस्टर के सहायक धर्माध्यक्ष जोन शेरिंगटन ने वाटिकन रेडियो की लीदिया ओकेन के साथ साक्षात्कार में कहा,″मैंने संत पापा के संदेश को बहुत ही महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक पाया। उन्होंने हमें उन महिलाओं की ओर हमारा ध्यान आकर्षित किया और प्रार्थना करने का आग्रह किया है, जिन्होंने अपने बच्चों को खोया है चाहे वह गर्भपात हो, अनचाहे गर्भपात हो या मृत बच्चे का जन्म हुआ हो। यह भी संत पापा का ईश्वर की दया और करुणा के अद्भुत संदेश को दोहराने का एक तरीका है जो किसी भी परिस्थिति में हर व्यक्ति के पास पहुँचती है।″
धर्माध्यक्ष जोन शेरिंगटन ने बताया कि ‘जीवन दिवस’ में प्रार्थना के साथ-साथ चंदा भी जमा किया जाता है और यह राशि विभिन्न जीवन समर्थक संगठनों की सहायता के लिए दी जाती है।
विभिन्न परिस्थितियों और चुनौतियों का सामना कर रही महिलाओं को पल्लियों की ओर से मिले सहयोग के बारे साझा करते हुए धर्माध्यक्ष जोन ने कहा, ″सबसे पहले तो उन्हें प्रार्थना की बहुत आवश्यकता है। पल्लियों दवारा चलाये जा रहे उदार संगठनों में उनकी बातों को सुनने और उनसे बातें करने का प्रावधान है। उनकी बातों को सुनने के बाद ही व्यावहारिक प्रतिक्रियाओं पर विचार कर उनकी मदद की जाती है।"
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