2017-06-16 11:57:00

निर्धन लोग समस्या नहीं अपितु संसाधन हैं, सन्त पापा फ्राँसिस


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 16 जून 2017 (रेई): "निर्धनों को समर्पित विश्व दिवस" के उपलक्ष्य में प्रकाशित अपने सन्देश में सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा है कि निर्धन लोग समस्या नहीं अपितु संसाधन हैं।

19 नवम्बर को "निर्धनों को समर्पित विश्व दिवस" मनाया जायेगा जिसके लिये, "शब्दों से नहीं बल्कि अपने कार्यों द्वारा हम प्रेम करें" शीर्षक से लिखा गया सन्देश इस सप्ताह वाटिकन प्रेस कार्यालय द्वारा प्रकाशित किया गया।

सन्त पापा फ्राँसिस ने लिखा है कि करुणा को समर्पित जयन्ती वर्ष के समापन पर वे कलीसिया में "निर्धनों को समर्पित विश्व दिवस" की स्थापना करना चाहते थे जिससे "सम्पूर्ण विश्व के ख्रीस्तीय समुदाय सबसे गौण एवं सबसे ज़रूरतमन्द लोगों के लिये प्रभु येसु ख्रीस्त की उदारता के चिन्ह बन सकें।" सम्पूर्ण कलीसिया तथा सर्वत्र व्याप्त शुभचिन्तकों को सन्त पापा फ्राँसिस आमंत्रित करते हैं कि वे सहायता एवं एकात्मता की पुकार लगानेवालों तथा उनके आगे हाथ बढ़ानेवालों पर ग़ौर करें।

पत्रकारों के समक्ष सन्देश की प्रस्तावना कर नवीन सुसमाचार प्रचार सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष रीनो फिज़िकेल्ला ने बताया कि करुणा को समर्पित जयन्ती वर्ष के दिनों में सन्त पापा फ्राँसिस ने कष्टों में पड़े कई लोगों की भावप्रवण गाथाएँ सुनी और "निर्धनों को समर्पित विश्व दिवस" की स्थापना का निर्णय लिया। सन्देश में सन्त पापा दीन-हीनों के सन्त यानि असीसी के फ्राँसिस का स्मरण दिलाकर कहते हैं कि वे इसलिये निर्धनों और ज़रूरतमन्दों की सेवा कर पाये क्योंकि उन्होंने सदैव अपनी दृष्टि ख्रीस्त के प्रति लगाये रखी थी।

सन्त पापा ने इस तथ्य को रेखांकित किया कि यदि हम इतिहास को बदलकर यथार्थ विकास को प्रोत्साहन देना चाहते हैं तो हमें निर्धनों की पुकार पर कान देना होगा तथा उनकी जीवन स्थिति को बेहतर बनाने के लिये कृतसंकल्प होना पड़ेगा।

सन्देश में सन्त पापा स्मरण दिलाते हैं कि हाशिये पर जीवन यापन करनेवालों में, दमन, हिंसा, क़ैद, युद्ध, स्वतंत्रता के हनन, अज्ञान एवं निरक्षरता, मानव तस्करी, निष्कासन, दासता तथा बलात आप्रवास रूपों में दैनिक स्तर पर निर्धनता हमारे समक्ष चुनौती प्रस्तुत करती है।








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