2017-05-26 11:59:00

प्राकृतिक आपदाओं के ख़तरों को कम करने के लिए रोकथाम को सुदृढ़ करने का आह्वान


मेक्सिको, कैनकन, शुक्रवार, 26 मई सन् 2017 (सेदोक): मेक्सिको के कैनकन शहर में 22 से 26 मई तक, प्राकृतिक आपदाओं से होनेवाले ख़तरों को कम करने के लिये वैश्विक मंच का शीर्ष सम्मेलन सम्पन्न हुआ जिसमें प्रेषित एक पत्र में वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पियेत्रो पारोलीन ने प्राकृतिक आपदाओं के ख़तरों को कम करने के लिए रोकथाम को सुदृढ़ करने का आह्वान  किया।

मेक्सिकी सरकार, विश्व मौसम विज्ञान तथा आपदा न्यूनीकरण के लिए संयुक्त राष्ट्र के कार्यालय द्वारा संयुक्त रूप से इस सम्मेलन का आयोजन किया गया था।

मेक्सिको के राष्ट्रपति एनरिक पेना नीयेतो को लिखे पत्र में कार्डिनल महोदय ने रोकथाम, शिक्षा तथा सर्वाधिक निर्धन स्थानीय समुदायों की भागीदारी को अनिवार्य निरूपित किया। सन्त पापा फ्राँसिस की ओर से लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि वास्तव में प्राकृतिक आपदाओं के ख़तरों को कम करने के लिये जनकल्याण पर आधारित भ्रातृत्व भाव एवं सहयोग की आवश्यकता है और इस परिप्रेक्ष्य में परमधर्मपीठ अपने योगदान के लिये तैयार है।  

मेक्सिकी राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कार्डिनल पारोलीन ने तीन केंद्रीय पहलुओं पर बल दिया। सर्वप्रथम, उन्होंने कहा, "रोकथाम के क्षेत्र में पूर्व चेतावनी के उपकरण उपलब्ध हैं जो मानव जीवन की क्षति को कम कर सकते हैं। इसके लिये, जलसंसाधनों के बेहतर प्रबन्धन की नितान्त आवश्यकता है जो प्राकृतिक आपदाओं का सबसे बड़ा प्रमुख कारण हुआ करता है। दूसरा पक्ष, रोकथाम में समाज के निर्धन एवं दुर्बल लोगों को प्राकृतिक आपदाओं के बारे में शिक्षित किया जाना तथा सचेत किया जाना आवश्यक है। तीसरा पक्ष, रोकथाम की प्रक्रिया में स्थानीय लोगों को भागीदारी आवश्यक है, विशेष रूप से, जनजातियों एवं आदिवासियों की।" और इस क्षेत्र में, उन्होंने कहा, "आपदाओं की दर्दनाक घटनाओं से निपटने में लोगों की धार्मिक और सांस्कृतिक परम्पराएँ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।" 

कार्डिनल पारोलीन ने इस बात पर भी बल दिया कि जब ख़तरों के रोकथाम एवं मानवजाति के भविष्य की बात की जाती तब केवल उसके तकनीकी पक्ष पर ही ध्यान नहीं दिया जाये अपितु मानवीय मूल्यों जैसे एकात्मता पर भी ध्यान केन्द्रित किया जाये। उन्होंने कहा कि आपदाएँ केवल प्राकृतिक नहीं होती बल्कि सामाजिक संकट भी आपदाओं में परिणत हो सकते हैं।








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