2017-05-25 15:59:00

संयुक्त राष्ट्र के पदक के साथ दो भारतीय शांति सैनिक सम्मानित


संयुक्त राष्ट्र, बृहस्पतिवार, 25 मई 2017(मैटर्स इंडिया): शांति निर्माण में साहस एवं बलिदान के लिए संयुक्त राष्ट्र के पदक से दो भारतीयों को सम्मानित किया गया।

रिफ्लेमन ब्रिजेश थापा ने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र संगठन स्थिरीकरण मिशन पर कार्य किया था तथा रवि कुमार लेबनान में संयुक्त राष्ट्र के अंतरिम सेना में कार्यरत थे। इन दोनों ने मरणोपरांत डेग हैमरस्काजोल पदक प्राप्त किया, जिसे 24 मई को संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर उन्हें प्रदान किया गया।

डेग हैमरस्काजोल पदक प्राप्त करने वाले 117 सैन्य, पुलिस और नागरिक कर्मियों की सूची में इन दोनों ने साल 2016 में शांति निर्माण के मिशन में अपनी कुर्बानी दी थी।

संयुक्त राष्ट्र राजदूत के लिए भारत के स्थायी पर्यवेक्षक सायद अखबरूदिन ने उनकी ओर से 24 मई को एक समारोह में पदक ग्रहण किया।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने सभी मृत शांति कर्मियों का सम्मान करने के लिए पुष्पांजलि अर्पित की और समारोह की अध्यक्षता की जहां 2016 के दौरान शांति अभियानों हेतु सेवा देने के लिए 43 देशों के 117 सैन्य, पुलिस और नागरिक कर्मियों को डेग हैमरज़कॉल्ड पदक से सम्मानित किया गया।

श्रद्धांजलि देते हुए गुटेरस ने कहा कि शांति के सैनिकों के खिलाफ निरंतर हमले, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की खतरनाक स्थिति की याद दिलाते हैं जिनमें सैनिकों, सुरक्षाबलों और नागरिक कर्मियों को कार्य करना पड़ता है।

उन्होंने कहा, "शांति, सुरक्षा और समृद्धि का समर्थन करने के लिए संयुक्त राष्ट्र शांति प्रबंधन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का सबसे प्रभावी निवेश है। एक संकटपूर्ण क्षेत्र में शांति सैनिक तैनात करते समय जोखिम जरूर होता है, लेकिन निष्क्रियता से उससे भी अधिक जोखिम हो सकता है।″

वर्तमान में सैनिकों और पुलिस-योगदान देने वाले 124 देशों के 96,000 से अधिक वर्दीधारी कर्मचारी, 15,000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय नागरिक कर्मचारियों के साथ-साथ 16,600 संयुक्त राष्ट्र के स्वयंसेवक नीले ध्वज के तहत काम करते हैं।

भारत सैनिक दल योगदान करने वाला एक बड़ा देश है, जिसने पिछले 6 दशकों में जारी किए गए 71 शांति मिशन कार्यों में से 50 में लगभग 200,000 सैनिकों को प्रदान किया है, जिसमें मौजूदा 16 मिशनों में से 13 शामिल हैं।

अब तक, लगभग 168 भारतीय सैनिकों ने यूएन ध्वज के तहत कर्तव्य की कतार में सर्वोच्च बलिदान किया है।

भारत ने वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में अफगानिस्तान, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, हैती, लेबनान, लाइबेरिया, मध्य पूर्व, दक्षिण सूडान, सूडान और पश्चिमी सहारा में 7,600 से अधिक सैन्य और पुलिस कर्मियों को तैनात किया है।

संयुक्त राष्ट्र के शांति सैनिकों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस 2002 में, महासभा द्वारा स्थापित की गयी थी जिसमें उन सभी पुरुषों और महिलाओं को, शांति निर्माण हेतु उनके उच्च स्तर की व्यावसायिकता, समर्पण और साहस के लिए सम्मान प्रदान की जाती है तथा उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है जिन्होंने अपनी जान गवाँ दी है।

पदक द्वितीय यू एन महासचिव के नाम पर रखा गया है जिनकी मृत्यु 1961 में रहस्यात्मक तरीके से जहाज दुर्घटना में हो गयी थी। उनकी मृत्यु के बाद उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 








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