2017-05-03 16:06:00

कार्डिनल टर्कसन दलितों पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित करेंगे


लंदन, बुधवार, 3 मई 2017 (वीआर संदोक) : परमधर्मपीठीय संपूर्ण मानव विकास विभाग के अध्यक्ष कार्डिनल पीटर टर्कसन  'दलितों और जातिगत भेदभाव पर ख्रीस्तीयों की जिम्मेदारी' पर दूसरे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के मुख्य वक्ता होंगे।

इस सम्मेलन का आयोजन 9 और 10 मई को जातिगत भेदभाव के खिलाफ ख्रीस्तीय नेटवर्क (सीएनएसीडी) द्वारा लंदन के साउथवार्क में सेंट जॉर्ज महागिरजा के अमीगो हॉल में आयोजित किया जाएगा।

सम्मेलन का सभापतित्व संत अन्सेलम साऊथहॉल के पल्ली पुरोहित फादर जेराल्ड मिखाएल येसु समाजी करेंगे। सन् 2013 में ख्रीस्तीय एकता प्रार्थना सप्ताह के दौरान साऊथहॉल के सभी पल्लीवासी एक साथ आकर प्रार्थना की जिसका विषय था ‘दलित और जातिगत भेदभाव’।

फरवरी 2014 में जातिगत भेदभाव के खिलाफ ख्रीस्तीय नेटवर्क (सीएनएसीडी) ने ब्रिटेन और वैश्विक संदर्भ में ‘दलितों और जातिगत भेदभाव’ विषय पर पहला अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया था प्रमुख वक्ताओं में ब्रिटेन और भारत के धर्माध्यक्ष, विकास विशेषज्ञ और हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य शामिल थे।

2017 के सम्मेलन के लिए वक्ता ब्रिटेन के साऊथवार्क महाधर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष पैट्रिक लॉन्च और ओक्सफोर्ड के सेवानिवृत अंगलिकन धर्माध्यक्ष रिचार्ड हैरीस होंगे।

भारत से कुरनूर के धर्माध्यक्ष अंतोनी पूला, वेल्लूर के धर्माध्यक्ष सुन्दराराजु पेरियानयागम और चिंग्लेपुट के धर्माध्यक्ष नीथिनाथन एंथोनिसामी सभा को संबोधित करेंगे।

कई सालों से, पूर्वी लंदन में साउथहॉल के संत अन्सेलम जेसुइट पल्ली जाति भेदभाव से सम्बंधित मुद्दों पर चर्चा करने हेतु प्रोत्साहित करता आ रहा है। साउथहॉल लंदन के बहु सांस्कृतिक क्षेत्रों में से एक है, जिसमें भारतीय मूल की एक बड़ी आबादी रही है। 55% पल्लीवासी उप-महाद्वीप से हैं।

संयुक्त राष्ट्र समिति जैसे नस्लीय भेदभाव उन्मूलन समिति, यूरोपीय संघ और भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीबीसीआई) ने जाति व्यवस्था की निंदा की है। सीबीसीआई ने हाल ही में भारत की काथलिक कलीसिया में दलित सशक्तिकरण पर नीति जारी की है।

सीएनएसीडी ब्रिटेन में समानता अधिनियम में संशोधन के लिए अभियान चला रहा है, जिससे स्पष्ट होगा कि जाति भेदभाव अवैध है।








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