2017-05-02 16:16:00

संत जोसेफ एवं मजदूर की प्रतिष्ठा


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 2 मई 2017 (वीआर सेदोक): 1 मई अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस, जिस दिन कलीसिया बढ़ाई संत जोसेफ की याद करती है, संत पापा फ्राँसिस उनके प्रति विशेष भक्ति रखते हैं। 

वाटिकन रेडियो की वेरोनिका स्कारिसब्रीक ने संत जोसेफ पर संत पापा फ्राँसिस की विशेष भक्ति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कई चीजें हैं जिसके द्वारा संत पापा फ्राँसिस का संत जोसेफ के प्रति विशेष भक्ति परिलक्षित होती है। उन्होंने बतलाया कि कलीसिया के परमाध्यक्ष चुने जाने पर संत पापा फ्राँसिस ने अपने कार्यकाल की शुरूआत 19 मार्च को की, जिस दिन संत जोसेफ का पर्व मनाया जाता है। संत पापा ने अपने कॉट ऑफ आर्म में प्रतीक के रूप में जटामांसी फूल को चुना है जो संत जोसेफ का प्रतीक है। 2013 में संत पापा ने वाटिकन सिटी को न केवल मिखाएल महादूत के संरक्षण में समर्पित करना चाहा जैसा कि पहले से होता आया था किन्तु संत जोसेफ को भी समर्पित किया। संत पापा ने संत जोसेफ की सोती हुई प्रतिमा को रखा है जहाँ वे प्रार्थना हेतु की गयी अर्जी को रखते हैं। जिसपर लिखा है ,″वे बढ़ाई हैं वे काम को पूरा करते हैं यद्यपि कभी कभी आपको इंतजार भी करना पड़े।″

वेरोनिका ने बतलाया कि संत पापा फ्राँसिस, संत जोसेफ एवं अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस को किस तरह जोड़ते हैं। 1 मई 2013 को अपने प्रथम आमदर्शन समारोह में उन्होंने संत जोसेफ के कार्यों पर प्रकाश डाला था, खासकर, जोसेफ का एक सच्चे पिता की तरह अपने पुत्र येसु को नाजरेथ में काम की शिक्षा देने की भूमिका पर, उनके समर्पण और प्रतिदिन के प्रयास पर, अपने काम से संतुष्टि एवं कार्यों में आने वाली समस्याओं के प्रति उनके विचारों पर।

किसी अन्य अवसर पर संत पापा ने मानव प्रतिष्ठा एवं काम के महत्व पर ध्यान आकृष्ट करते हुए संत जोसेफ का उदाहरण दिया था कि उन्हें भी कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ा था किन्तु उन्होंने कभी आशा नहीं खोई बल्कि उस विश्वास पर उनसे ऊपर उठे कि ईश्वर हमें कभी नहीं छोड़ते। 








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