2017-04-22 16:00:00

शहीद स्मरण दिलाते हैं कि ईश्वर अपने प्रेम से दुनिया को नवीकृत कर देते हैं


वाटिकन सिटी, शनिवार, 22 अप्रैल 2017 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस 22 अप्रैल को रोम स्थित संत बरथोलोमियो महागिरजाघर में नये शहीदों को सम्मानित किये जाने हेतु आयोजित प्रार्थना सभा का नेतृत्व करेंगे जो संत एजिदो समुदाय के तत्वधान में आयोजित की गयी है। इस प्रार्थना सभा का उद्देश्य विभिन्न देशों में कठिनाई और अत्याचार सह रहे उन ख्रीस्तीयों की ओर भी ध्यान आकृष्ट करना है जो अपने विश्वास के साक्ष्य के कारण सताये जा रहे हैं। समारोह के दौरान नये शहीदों के परिवारवालों के द्वारा साक्ष्य भी प्रस्तुत किये जायेंगे। उनमें से एक हैं फ्राँस के शहीद फा. जैक हामेल की बहन।

महागिरजाघर में बगल की छः वेदियों पर विभिन्न शहीदों की स्मृति में उनके पत्र, प्रार्थना पुस्तिका एवं अन्य व्यक्तिगत वस्तुएँ रखी हुई हैं। आधुनिक इतिहास के प्रोफेसर एवं संत एजिदो समुदाय के अध्यक्ष क्लौदियो बेत्ती ने वाटिकन रेडियो से आधुनिक शहीदों के यादगारी को साक्षा किया।

प्रोफेसर ने बतलाया कि पहली वस्तु है कलीसिया के सुधारक पास्टर पॉल श्नाइडर द्वारा लिखा पत्र है जिन्हें नाजी शिविर में ख्रीस्त को मुक्तिदाता घोषित करने के लिए मार डाला गया था।

दूसरे अवशेष के रूप में मिस्सा ग्रंथ है जिसके द्वारा सन सल्वाडोर के महाधर्माध्यक्ष ऑस्कर रोमेरो ख्रीस्तयाग अर्पित कर रहे थे जब 1980 में उनकी हत्या कर दी गयी थी।

तीसरा अवशेष एक प्रार्थना की किताब है जो सबसे हाल में शहीद हुए फ्राँसीसी फ्रादर जैक हामेल की याद दिलाती है जिन्हें गिरजाघर पर आतंकी हमले के समय जुलाई 2016 में मार डाला गया था।

समारोह में संत बरथोलोमियो एवं नये शहीदों के पवित्र अवशेषों को श्रद्धांजलि अर्पित की जायेगी।

संत इजिदो समुदाय के संस्थापक अंद्रेया रिक्कारदी के अभिवादन के बाद संत पापा एक प्रार्थना करेंगे। प्रार्थना समारोह का सबसे मार्मिक क्षण होगा नये शहीदों का साक्ष्य।

साक्ष्य प्रस्तुत करने के बाद संत पापा महागिरजाघर के उन वेदियों की ओर जायेंगे जहाँ संतों के पावन अवशेष स्थापित किये गये हैं। यह विश्वासियों के लिए प्रार्थना का समय होगा। इस समय संत पापा लोगों को निमंत्रित करते हुए प्रार्थना करेंगे। ″आइये हम उन लोगों की याद करें जिन्होंने सुसमाचार के प्रति निष्ठा में अपना लोहू बहाया है तथा सर्वशक्तिमान ईश्वर से प्रार्थना करें कि वे समस्त विश्व को अपने प्रेम में नवीकृत कर दें।″ तब नये शहीदों के नाम लिए जायेंगे एवं उनके आदर में मोमबत्ती जलायी जायेगी तथा प्रार्थना की जायेगी कि नये शहीद सभी कलीसियाओं को एकता की ओर ले चलें जबकि ईश्वर के नाम पर मारनेवालों के कार्यों की निन्दा की जायेगी।

संत पापा बुराई के पीड़ित लोगों के लिए प्रार्थना करेंगे कि वे ख्रीस्त के लोहू जिसके द्वारा उन्होंने बुराई की कीमत चुकायी है उन्हें अच्छाई का आनन्द और प्रकाश प्रदान करे। अंत में शरणार्थियों के एक दल से मिलेंगे।








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