2017-04-17 16:05:00

जी उठे ख्रीस्त की शांति का साक्ष्य देने के अवसरों से न चूकें, संत पापा


वाटिकन सिटी, सोमवार, 17 अप्रैल 2017 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने पास्का महापर्व के दूसरे दिन सोमवार 17 अप्रैल को संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में, स्वर्ग की रानी प्रार्थना का पाठ किया तथा येसु ख्रीस्त के पुनरुत्थान की घोषणा को पुनः दुहराया।

उन्होंने देवदूत प्रार्थना के पूर्व विश्वासियों से कहा, ″महापर्व के इस सोमवार को स्वर्ग की रानी प्रार्थना में, कल घोषित, पुनरुत्थान की घोषणा को पुनः दुहरायी जाती है, ″ख्रीस्त जी उठे हैं, अल्लेलूया।″   

आज के सुसमाचार पाठ में हम दूत के उस संदेश की प्रतिध्वनि को सुनते हैं जिसको उन्होंने कब्रस्थान में महिलाओं को सुनाया था, ″शीघ्र जाओ और उनके शिष्यों को यह समाचार दो कि वे मृतकों में से जी उठे हैं।″ संत पापा ने कहा कि हम भी उसे सीधे अपने लिए कहे गये शब्दों के रूप में लेते हैं, जल्दी जाओ और हमारे समय के स्त्रियों एवं पुरुषों को आशा का संदेश दो। क्रूस पर ठोंके जाने के तीसरे दिन प्रातः तक मृत्यु अंतिम शब्द नहीं रहा किन्तु अब जीवन अंतिम शब्द है। 

इस घटना के आधार पर जो इतिहास एवं विश्व की सच्ची खबर है हम आत्मा के अनुसार जीवन के मूल्य की पुष्टि के साथ नये स्त्री और पुरूष बनने के लिए बुलाये गये हैं।

हम पुनरुत्थान के स्त्री एवं पुरूष हैं, दुनिया के उतार-चढ़ाव के बीच और दुनियादारी जो हमें ईश्वर से दूर ले जाता है हम एकात्मता एवं स्वीकार्य के चिन्ह, विश्व शांति की चाह तथा पर्यावरण के लिए अवसाद से मुक्त आकांक्षा की मांग करते हैं। यह सार्वजनिक है और मानवीय चिन्ह है किन्तु जी उठे ख्रीस्त में विश्वास द्वारा पोषित होता है कि वे हमारी क्षमता के परे जा सकते हैं। जी हाँ क्योंकि ख्रीस्त जी उठे हैं तथा इतिहास में पवित्र आत्मा के द्वारा क्रियाशील हैं। हमारी दुखद परिस्थिति से वे हमें मुक्त करते, प्रत्येक मानव हृदय तक पहुँचते तथा शोषित एवं पीड़ित सभी को आशा प्रदान करते हैं। 

माता मरियम अपने पुत्र की मृत्यु एवं पुनरूत्थान की मौन साक्षी, हमें दुनिया की घटनाओं में पुनर्जीवित ख्रीस्त के स्पष्ट साक्ष्य बनने में मदद दें ताकि जो लोग कठिनाईयों एवं परेशानियों में हैं वे निराशा के शिकार न बनें किन्तु उन भाई बहनों के माध्यम से जो अपना समर्थन एवं सांत्वना प्रदान करते हैं आशा में बने रहें।   

माता मरियम हमें अपने पुत्र येसु के पुनरुत्थान जो मुक्ति का एक अनोखा रहस्य है एवं हृदयों एवं जीवन बदल सकता है, उसपर दृढ़ विश्वास करने में सहायता दें, विशेषकर, ख्रीस्तीय समुदायों के लिए प्रार्थना करें जिन्हें कठिन एवं अधिक साहसपूर्ण साक्ष्य देने की आवश्यकता है।

संत पापा ने स्वर्ग की रानी प्रार्थना हेतु विश्वासियों का आह्वान करते हुए कहा, ″अब हम पास्का के आनन्द एवं प्रकाश में उस प्रार्थना के माध्यम से उनकी ओर फिरें जिसको देवदूत प्रार्थना के स्थान पर पेंतेकोस्त तक किया जाता है।″

इतना कहने के बाद संत पापा ने भक्त समुदाय के साथ स्वर्ग की रानी प्रार्थना का पाठ किया तथा सभी को अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।

स्वर्ग की रानी प्रार्थना के उपरांत संत पापा ने सभी पर्यटकों एवं तीर्थयात्रियों का अभिवादन किया।

उन्होंने कहा, ″पास्का पर्व के माहौल में आज मैं आप सभी का, सभी परिवारों, कलीसियाई समुदायों, संगठनों, प्रत्येक तीर्थयात्री जो इटली अथवा विश्व के अन्य हिस्सों से आयें हैं, हार्दिक अभिवादन करता हूँ।″

आप सभी को शुभकामनाएँ देता हूँ कि पास्का के इस अठवारे को शांति पूर्वक मना सकें जो ख्रीस्त के पुनरुत्थान की खुशी को बढ़ा देता है। जी उठे ख्रीस्त की शांति का साक्ष्य देने के अवसरों से न चूकें।

इतना कहने के बाद संत पापा ने आनन्दमय एवं पवित्र पास्का की शुभकामनाएं देते हुए भक्त समुदाय से विदा ली।








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