2017-04-10 17:05:00

अलेक्जेंडरिया में संत मार्क कॉप्टिक महागिरजाघर के बाहर दूसरा धमाका


काहिरा, सोमवार,10 अप्रैल (एशिया न्यूज) : मिस्र में खजूर रविवार को हुए धमाकों में कॉप्टिक ख्रीस्तीयों को निशाना बनाया गया। अलेक्जेंडरिया में संत मार्क कॉप्टिक गिरजाघर के बाहर एक धमाका हुआ और इसमें 11 लोग मारे गए। मिस्र के सरकारी मीडिया का कहना है कि कॉप्टिक कलीसिया के परमाध्यक्ष तावाद्रोस द्वितीय ने धार्मिक समारोह का अनुष्ठान किया पर वे सुरक्षित हैं।

पहला धमाका मिस्र का राजधानी काहिरा से 94 किलोमीटर उत्तर तांता शहर के सेंट जॉर्ज कॉप्टिक गिरजाघर में धमाका हुआ था और इसमें 25 लोग मारे गए थे। कथित इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की ज़िम्मेदारी ली है।

यह समूह मिस्र में कॉप्टिक गिरजाघरों को निशाना बनाता है। ‘इजिप्ट इंडिपेंडेंट वेबसाइट’ की ख़बर अनुसार एक पुलिस ऑफिसर आत्मघाती हमलावर की डिवाइस को गिरजा के भीतर विस्फोट करने से रोक रहा था तभी वह भी मारा गया।

मिस्र के प्रांतीय गवर्नर अहमद डीफ ने सरकारी टीवी नील न्यूज़ चैनल से कहा, ''बम प्लांट किया गया था या किसी ने ख़ुद को उड़ा लिया अभी तक पता नहीं चला है। इस मामले में पड़ताल जारी है। आसपास के इलाके में और विस्फोटक हो सकते हैं।''

पिछले साल दिसंबर में काहिरा के कॉपटिक महागिरजाघर में एक धमाका हुआ था और इसमें 25 लोग मारे गए थे।

ये हमले ख़ासकर 2013 के बाद और बढ़े हैं, जब सेना ने चुनी हुई सरकार को अपदस्थ कर दिया और इस्लामिक कट्टरपंथियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई शुरू की। इस्लामिक कट्टरपंथियों का कहना है कि ख्रीस्तीयों ने चुनी हई सरकार को बेदखल करने में मदद की है। फरवरी में इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों ने ख्रीस्तीयों पर हमले की धमकी दी थी। मिस्र की आबादी में ख्रीस्तीय करीब 10 प्रतिशत हैं। 








All the contents on this site are copyrighted ©.