2017-04-08 16:14:00

वाटिकन के प्रेरितिक राजदूत द्वारा जैन धर्मगुरू के शांति प्रयासों की सराहना


नई दिल्ली, शनिवार, 8 अप्रैल 2017 (वीआर सेदोक): भारत के लिए वाटिकन के प्रेरितिक राजदूत महाधर्माध्यक्ष जनबत्तिस्ता दीक्वात्रो ने जैन धर्मगुरू आचार्य लोकेश द्वारा, विश्व में अहिंसा, शांति तथा भाईचारे की भावना के प्रचार के प्रयासों की सराहना की।

वाटिकन प्रेरितिक राजदूत ने 7 अप्रैल को जैन धर्मगुरू एवं समाज सुधारक को दिल्ली स्थित अपने आवास पर निमंत्रण दिया था। 63 वर्षीय महाधर्माध्यक्ष जिन्होंने 16 फरवरी को भारत के लिए संत पापा के प्रतिनिधि होने का पद स्वीकार किया, आचार्य को एक पत्र सौंपा जिसमें वाटिकन की ओर से शांति एवं सौहार्द हेतु संदेश था।

आचार्य जो 17 अप्रैल को 56 साल के हो जायेंगे उन्होंने जैन महागुरु महावीर की 2616वीं पुण्य तिथि को मनाने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया है। 

इन कार्यक्रम के अनुसार 7 अप्रैल की संध्या उन्होंने कोलकाता में शांति एवं अंतरधार्मिक सौहार्द पर संदेश दिया। कार्यक्रम का उद्घाटन पश्चिम बंगाल की सरकार केशरीनाथ त्रिपाठी ने किया। 

जैन धर्मगुरू ने 8 अप्रैल को दिल्ली में अंतरधार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया है तथा अप्रैल माह के अंत में मुम्बाई में एक कार्यक्रम रखा गया है जिसमें वे अंतर्राष्ट्रीय अंतरधार्मिक शांति सम्मेलन की मेजबानी करेंगे।  

आचार्य ने मैटर्स इंडिया को बतलाया कि शांति हेतु आयोजित इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए, विदेशों से विभिन्न धर्मों के करीब 1,100 से अधिक प्रतिनिधियों के शामिल होने की उम्मीद की जा रही हैं।  

उन्होंने कहा कि वाटिकन प्रेरितिक राजदूत के साथ जैन धर्मगुरु की मुलाकात शांति एवं धार्मिक सौहार्द हेतु एकात्मता की अभिव्यक्ति थी।

धर्मगुरु आचार्य लोकेश ने बालिकाओं के गर्भपात और अन्य सामाजिक बुराइयों की जांच के लिए एक आंदोलन का भी आह्वान किया है। 








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