2017-03-24 11:19:00

संत पापा फ्राँसिस ने फातिमा में बच्चों के चमत्कार को स्वीकृति दी


वाटिकन रेडियो, शुक्रवार, 24 मार्च 2017 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने आगामी मई महीने में होने वाली फतिमा की अपनी प्रेरितिक यात्रा के पूर्व, फातिमा के दो बच्चों के चमत्कारों को अनुमोदन दिया तथा ब्राजील के 30 और मैक्सिको के 3 तीन शहीदों की संत घोषणा को स्वीकृति दे दी है।

संत पापा 12 –13 मई को फातिमा की यात्रा करेंगे।

गुरूवार को वाटिकन में परमधर्मपीठीय संत प्रकरण परिषद के अध्यक्ष कार्डिलन अंजेलो आमातो एस. डी. बी के साथ एक व्यक्तिगत मुलाकात में, संत पापा फ्राँसिस ने निम्नलिखित के चमत्कारों को स्वीकृति देते हुए उनके नाम को संतों एवं धन्यों की सूची में सम्मिलित किये जाने की घोषणा की।

धन्य अंजेलो द आक्री (लुका अंतोनियो फालकोने) जो एक फ्रायर माईनर कपुचिन धर्मसमाज के पुरोहित थे। उनका जन्म 19 अक्टूबर 1669 को हुआ था तथा मृत्यु 30 अक्टूबर 1739 में हुई।

धन्य फ्रांचेस्को मारतो का जन्म 11 जून 1908 में हुआ था तथा मृत्यु 4 अप्रैल 1919 में हुई। धन्य जसिन्ता मारतो, जन्म 11 मार्च 1910 एवं मृत्यु 20 फरवरी 1920 में हुई ये दोनों फातिमा के बच्चे थे।

प्रभु सेवक जोस फर्नांडिस संकेज तथा उनके 32 साथी, जिनमें कुछ पुरोहित, धर्मबंधु और 6 लोकधर्मी थे। वे स्पानी सिविल युद्ध के समय अपने विश्वास के कारण मार डाले गये थे।

प्रभु सेविका रेजिना मरियम वात्तालिल (रानी मरिया) फ्राँसिसकन क्लारिस्ट धर्मसमाज की धर्मबहन जो 25 फरवरी 1995 में ख्रीस्तीय विश्वास के कारण शहीद हुई।

प्रभु सेवक दानयिले द सामारेट (फेलिचे ऱोस्सीनी) जो फ्रायर माईनर कपुचिन धर्मसमाज के पुरोहित थे। उनका जन्म 15 जून 1876 को हुआ था तथा मृत्यु 19 मई 1924 को हुई।

प्रभु सेवक माक्रिना रापारेल्ली (एलेना) संत माक्रिना की पुत्रियों के धर्मसंध की संस्थापिका, उनका जन्म 2 अप्रैल 1893 को हुआ था तथा मृत्यु 26 फरवरी 1970 को हुई।

प्रभु सेवक दानियेला जानेत्ता जो एक लोकधर्मी थे। उनका जन्म 15 दिसम्बर 1962 में तथा मृत्यु 14 अप्रैल 1986 में हुई।

संत पापा ने धर्मप्रांतीय पुरोहितों अंद्रे दी सोवेराल तथा अंब्रोसियो फ्राँचेस्को फेरो एवं लोकधर्मी मोरेइरा के साथ, उनके 27 साथियों को, संत घोषणा हेतु अनुमोदन प्रदान किया जो ब्राजील के थे तथा अपने विश्वास के कारण 16 जुलाई 1645 एवं 3 अक्टूबर 1645 में शहीद हो गये थे।

उन्होंने मेक्सिको के किशोर शहीद क्रीस्तोबाल, अंतोनियो तथा जुअन जो सन् 1529 ई. में विश्वास के कारण शहीद हुए थे, उनकी भी संत घोषणा की पुष्टि दे दी है।








All the contents on this site are copyrighted ©.