2017-03-24 15:35:00

घरेलू हिंसा और यौन दुराचार के शिकार महिलाओं के संघर्ष की सहायिका, फलाभिया अग्नेस


भारत, शुक्रवार 24 मार्च 2017 (वी आर) काथलिक महिला वकील और मझलिस कानूनी केन्द्र मुम्बई की स्थापिका फलाभिया अग्नेस अति संवेदनशील घरेलु हिंसा और यौन शोषण के शिकार महिलाओं और बच्चों की न्यायिक लड़ाई में सहायिका का कार्य कर रही है।

विश्व महिला दिवस के अवसर पर 8 मार्च 2017 को वाटिकन में आयोजित “विश्वास की आवाज”  में सहभागी हुए फलाभिया ने वाटिकन रेडियो से अपने प्रेरिताई कार्य अऩुभवों को साझा करते हुए कहा कि वह भारत की न्याय व्यवस्था और काथलिक कलीसिया में महिलाओं के अधिकार के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कलीसिया को महिलाओं के संबंध में अपने विचारों को परिशुद्ध करने की जरूरत है।

अपने 13 वर्षीय विवाहित जीवन में स्वयं हिंसा और दुराचार की शिकार हुई फलाभिया ने अपने अधिकारों की माँग करते हुए न्यायालय में अपने संघर्ष को जारी रखा और अपने इस अनुभव को घरेलू हिंसा और दुराचार का शिकार हुए महिलाओं के संग साझा करते हुए एक वकील के रुप में उनकी सहायता करती है।

उन्होंने कहा कि समाज में बहुत सारे चीजें परिवर्तित हुई हैं लेकिन कलीसिया को इस संबंध में अभी भी एक लम्बी दूरी तक करने की आवश्यकता है।








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