2017-03-21 15:55:00

म्यांमार में अंतरधार्मिक सद्भाव सम्मेलन


मांडले, मंगलवार, 21 मार्च 2017 (सेदोक) : म्यांमार के धार्मिक नेताओं ने धार्मिक हिंसा और सांप्रदायिक संघर्ष के खिलाफ अंतरधार्मिक शांति सम्मेलन का आयोजन किया। " म्यांमार में हमेशा से रहने वाले भाई-बहनों का अंतरधार्मिक बैठक" विषय वस्तु पर मांडले में 18 मार्च को बैठक हुई जिसमें विभिन्न धर्मां के लोग, सरकारी अधिकारियों, केंद्रीय मंत्रियों, राजनीतिक दलों, नागर समाज के समूहों और जातीय समूहों से करीब 1000 लोगों ने भाग लिया।

मांडले के मेथोडिस्ट कलीसिया के जो विन आंग ने कहा कि मांडले में सदियों से विभिन्न धर्मों के लोग एकसाथ शांतिपूर्वक रहते आये हैं। सम्मेलन समिति के सदस्य आंग ने उकान्यूज से कहा, "धार्मिक नेताओं, सरकार और नागर समाज के लोगों को एक साथ मिलकर राष्ट्र निर्माण में सक्रिय रूप से भाग लेने का यही समय है।"

देश में फैले अभद्र भाषा ने आपसी सद्भाव को प्रभावित किया है और सम्मेलन अब इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।

अंगलिकन कलीसिया के धर्माध्यक्ष डेविड ने कहा कि सम्मेलन के द्वारा विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच आपसी सद्भावना और शांति कायम की जा सकेगी।

उन्होंने कहा, ″हमें आशा है कि हमारे धार्मिक नेतागण दशकों के लंबे संघर्ष को समाप्त करने में एक बड़ी भूमिका निभायेंगे और देश में लोकतंत्र को लोने में मदद करेंगे।″

2012 के बाद से मुसलमानों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग और हिंसा के खिलाफ इस सम्मेलन का आयोजन किया गया था।

मांडले म्यांमार का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। यहाँ जून 2014 में एक मुस्लिम व्यक्ति द्वारा एक बौद्ध महिला के साथ बलात्कार की ऑनलाइन अफवाहों के बाद मुस्लिम विरोधी हिंसा भड़क उठी। जिसमें दो लोगों की मौत हुई थी और दर्जनों घायल हो गये थे।

म्यांमार बौद्ध बहुल देश है और म्यांमार समाज में चरम बौद्ध राष्ट्रवाद और मुस्लिम विरोधी बयानबाजी बढ़ती जा रही है। राज्य सरकार ने हाल ही में एक साल के लिए बौद्ध यू विराथू को उपदेश देने से रोक दिया क्योंकि वे हिंसा को बढावा दे रहे थे।

मांडले के एक मुस्लिम क्याव सेन ने कहा कि बड़े पैमाने पर अभद्र भाषा आपसी सद्भाव के लिए मुख्य बाधा थी। "सरकार को गंभीर कार्रवाई करनी चाहिए।"








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