2017-03-14 15:22:00

स्कूलों और घरों में बच्चों की सुरक्षा हेतु वाटिकन द्वारा सेमिनार की मेजबानी


वाटिकन रेडियो, मंगलवार, 14 मार्च 2017 (वी आर सेदोक) : नाबालिगों के संरक्षण हेतु परमधर्मपीठीय आयोग ने परमधर्मपीठीय ग्रेगोरियन विश्वविद्यालय में बच्चों की सुरक्षा पर एक वैश्विक सेमिनार का आयोजन किया है।

ग्रेगोरियन विश्वविद्यालय के बाल संरक्षण केंद्र के सहयोग से 23 मार्च को सेमिनार का आयोजन किया गया है। जिसकी विषय वस्तु है, ‘स्कूलों और घरों में संरक्षणःविश्वव्यापी अनुभव से सीखना’। इसमें लातिनी अमेरिका पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

आयोग के अध्यक्ष, कार्डिनल सीन ओ'माल्लेय, ओएफएम सेमिनार का सभापतित्व करेंगे। अर्जेंटीना कोलोम्बिया और मेक्सिको के प्रवक्ता ऑस्ट्रेलिया और इटली के विशेषज्ञों के साथ मिलकर काथलिक स्कूलों, संस्थानों और समुदायों में सुरक्षा की संस्कृति को बढ़ावा देने हेतु अपने अनुभवों को साझा करेंगे।

आयोग द्वारा एक विज्ञप्ति में कहा गया है इस सेमिनार के प्रतिभागियों के साथ परमधर्मपीठीय ग्रेगोरियन विश्वविद्यालय, परमधर्मपीठीय सलेसियन विश्वविद्यालय और परमधर्मपीठीय ओक्सिलियुम शिक्षा विज्ञान संकाय के विशेषज्ञ ″इस क्षेत्र में अनुसंधान के लिए तत्काल आवश्यकता″ विषय पर चर्चा करेंगे।

परमधर्मपीठीय काथलिक शिक्षा समिति के उपसचिव सेमिनार के प्रतिभागियों को संबोधित करेंगे और  चर्चाओं में भाग लेंगे।  

गौरतलब है कि नाबालिगों के संरक्षण हेतु परमधर्मपीठीय आयोग की स्थापना संत पापा फ्राँसिस द्वारा मार्च 2014 में की गई। संत पापा फ्राँसिस के प्रलेख में विशेष रुप से उक्त बातें इंगित की गई हैं, ″ "आयोग का विशेष कार्य है कि वे मुझे नाबालिगों और कमजोर वयस्कों की सुरक्षा के लिए सबसे उपयुक्त पहल का प्रस्ताव दें ताकि हम हर संभव प्रयास कर सकें कि जो अपराध कलीसिया में हुई है वे और दुहराये न जायें। आयोग विश्वास की शिक्षा समिति के सदस्यों के अपने प्रयासों को एकजुट करते हुए सभी बच्चों और कमजोर वयस्कों की सुरक्षा के लिए विशिष्ट कलीसियाओं में स्थानीय जिम्मेदारी को बढ़ावा दें।" 








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