2017-03-13 16:05:00

मिशन स्कूलों पर कर के प्रस्ताव का धर्माध्यक्षों ने किया विरोध


मनिला, सोमवार, 13 मार्च 2017 (एशियान्यूज़): फिलीपींस के काथलिक धर्माध्यक्षों ने दुतेरते प्रशासन के उस घोषणा का विरोध किया है जिसके अनुसार सरकार मिशन स्कूलों से कर वसूल करेगी।

प्रतिनिधि मंडल के प्रवक्ता पंतलियन अल्वरेज़  ने रविवार को कहा था कि कलीसिया द्वारा संचालित स्कूलों को सरकार की आमदनी बढ़ाने हेतु कर देना होगा। 

दुतेरते प्रशासन द्वारा टैक्स संशोधन बिल की बात करते हुए उन्होंने सरकार के आयकर पद्धति की जाँच की मांग की है, यह दावा करते हुए कि कुछ विद्यालय उच्च आय वाले परिवारों के विद्यार्थियों को ही भर्ती करते हैं तथा ट्यूशन में वृद्धि करते हैं।

अल्वरेज़ के दावे का जवाब देते हुए धर्माध्यक्ष पाब्लो डेविड ने कहा कि कलीसिया स्कूल नहीं चलाती यदि सरकार पर्याप्त रूप से गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करती, खासकर, प्राथमिक एवं उच्च स्तर की शिक्षा के लिए।

धर्माध्यक्ष ने कहा कि वास्तव में हमारा हमेशा यह विचार रहता है कि हम कलीसिया के सदस्य, गुणवत्ता शिक्षा प्रदान करने के द्वारा सरकार की सहायता कर रहे हैं जबकि राज्य ऐसा करने में असमर्थ है।

उन्होंने गौर किया कि ये असफलता तंग पब्लिक स्कूलों, कक्षा के निर्माण और शिक्षक की कमी में स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।

उनके अनुसार सरकारी संसाधन अभी भी पर्याप्त नहीं हैं कि वह विद्यार्थियों को समुचित शिक्षा दे सके।

हम अपने स्कूलों के संचालन में सार्वजनिक फंड पर भी निर्भर नहीं रहते हैं तो क्या उन्हें हमें प्रतिद्वंद्वियों के रूप में देखने के बजाय अपने सहयोगियों के रूप में नहीं देखना चाहिए?

विभिन्न राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि कर योजना अधिकारियों का धर्माध्यक्षों के खिलाफ प्रतिकार है। 

कलीसिया ने नशीली पदार्थों को लेकर सरकार के युद्ध, अतिरिक्त न्यायिक हत्याओं एवं मौत की सज़ा का कड़ा विरोध किया था। 








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