2017-03-02 15:24:00

शोषण के शिकार लोगों की आवाज को सुना जाना जारी रहे


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 2 मार्च 2017 (वीआर अंग्रेजी): वाटिकन ने बुधवार को घोषित किया कि नाबालिकों की सुरक्षा हेतु गठित परमधर्मपीठीय आयोग की सदस्य, शोषण से बचने वाली आयरिश महिला मैरी कोलिन्स ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

वे 2014 से इस समिति की सदस्य थी जब समिति का गठन संत पापा फ्राँसिस द्वारा किया गया था। संत पापा को सौंपे अपने त्याग पत्र में उन्होंने रोमन कुरिया के अन्य कार्यालयों द्वारा समिति को सहयोग के अभाव के कारण निराशा की भावना व्यक्त की है।

नाबालिकों की सुरक्षा हेतु गठित परमधर्मपीठीय आयोग के अध्यक्ष बोस्टन के कार्डिनल जॉ ओ. माले ने कहा कि मैरी के मामले की सुनवाई एवं उसपर विचार, अगले माह होने वाली सभा में की जायेगी। उन्होंने कहा कि वे समिति के साथ, नये धर्माध्यक्षों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में तथा परमधर्मपीठ के अन्य अधिकारियों के साथ काम करना जारी रखेंगी।

मैरी कोलिन्स ने वाटिकन रेडियो की पत्रकार फिलिपा हेचेन से अपने निर्णय एवं समिति में कार्य करने की भावी आशा को लेकर कहा कि विगत दिनों में उन्हें संघर्षों का सामना करना पड़ा किन्तु आयोग ने उन कठिनाईयों से ऊपर उठने हेतु कार्य किया है। उन्होंने कहा कि हाल में वाटिकन के एक विभाग द्वारा, एक खास मामले में इनकार, उनके लिए अस्वीकार्य लगा। मैरी ने कहा कि यदि वाटिकन में, आयोग को सहयोग नहीं देने एवं उसके लिए कार्य नहीं करने की इच्छा रखने वाले अब भी मौजूद हैं, तब एक शोषण से बचने वाली के रूप में उन्हें आयोग को छोड़ देना ही बेहतर विकल्प लगा।

उन्होंने इस बात को भी प्रकट किया कि वह अपने उन सहकर्मियों को समर्थन देती रहेगीं जो बहुत वफादारी एवं कठिन परिश्रम के साथ काम कर रहे हैं जैसा कि संत पापा फ्राँसिस हमेशा आयोग को समर्थन देते रहते हैं।

किस कठिनाई ने उन्हें आयोग का त्याग करने हेतु प्रेरित किया के उत्तर में मैरी ने कहा, ″बचाव की नीति का विकास जिसे विश्व के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन अपने स्वयं की नीति दस्तावेज को तैयार करने के लिए एक नमूना के रूप में प्रयोग करते हैं।″  

उनका कहना था कि एक रास्ता ढूंढे जाने की आवश्यकता है जिसके माध्यम से विरोध कर रहे लोगों को यह दिखाया जा सके कि आयोग बाहर से बाधा डालने अथवा उनके कार्यों पर हावी होने के लिए गठित नहीं किया गया है। आयोग का उद्देश्य है एक साथ काम करना तथा बच्चों की सुरक्षा हेतु दोनों दलों के संसाधनों का उपयोग करते हुए आगे बढ़ना।

मैरी की उम्मीद है कि आयोग को इस में सफलता मिलेगी तथा जिन्होंने इसका विरोध किया है उनका दिमाग खुल जायेगा और उन्हें महसूस होगा कि हम सभी एक ही मामले के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आयोग में नये सदस्यों को जोड़ने या दूसरों को दल में बात करने के लिए निमंत्रण देने के द्वारा, शोषण से बचने वालों की आवाज को सुनना जारी रखना चाहिए।








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