2017-02-18 15:43:00

सूफी दरगाह पर आक्रमण की कलीसिया द्वारा कड़ी निंदा


लाहौर, शनिवार, 18 फरवरी 2017 (एशियान्यूज़): पाकिस्तान की काथलिक कलीसिया ने सूफी दरगाह में बृहस्पतिवार को हुए हिंसक हमले की कड़ी निंदा की है जिसमें करीब 75 लोग मारे गये तथा लगभग 200 लोग घायल हो गये हैं। घायलों में 20 बच्चे भी हैं।

एशियान्यूज़ अनुसार यह आक्रमण सुफी दरगाह में नृत्य प्रदर्शन के अनुष्ठान के दौरान इस्लामी आतंकियों द्वारा की गयी।

इस बीच, सरकार ने देश के सभी प्रमुख शहरों में चेतावनी की घोषणा की है। आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई में 37 की मौत हो गई है। अधिकारियों ने अफगानिस्तान की सीमा को बंद कर दिया है।

बृहस्पतिवार को एक आत्मघाती बम ने कराँची से 200 किलो मीटर दूर सेहवान के शाहवाज क्वालानदार स्थित सूफी दरगाह में अपने को उड़ा दिया। एक ही सप्ताह के अंदर यह पांचवाँ आक्रमण है। 13 फरवरी को लाहौर के पंजाब विधानसभा के सामने हुआ था तथा दूसरे दिन 14 फरवरी को क्वेटा, पेशावर तथा मोहमंद एजेंसी में आक्रमण किये गये थे।

सेहवान शहर के निकट संत फ्राँसिस जेवियर महागिरजाघर के पल्ली पुरोहित फा. पौलुस गिल ने घटना की कड़ी आलोचना करने हुए कहा, ″हम मानव मूल्य खो दे रहे हैं।″ हम जो साक्ष्य दे रहे हैं वह उस बात का परिणाम है कि धर्म राजनीति से मिश्रित हो चुका है। जब सरकार ने घोषित किया कि ट्वेन्टी20 पाकिस्तान सुपर लीग, लाहौर में खेला जायेगा क्योंकि वहाँ माहौल ठीक है तभी आतंकियों ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है।″   

उन्होंने कहा कि धार्मिक चरमपंथियों के साथ वार्ता द्वारा ही शांति स्थापित की जा सकती है, अतिवादियों ने हमारे समाज में प्रवेश कर लिया है, खासकर, जनरल जिया उल हक द्वारा इस्लामीकरण के आह्वान के बाद, जिन्होंने पाकिस्तान के कानून में धर्म एवं लिंग पूर्वाग्रहों को प्रकट किया है। अब हम इसमें डूब रहे हैं और पाकिस्तान में शांति की जीत होने के लिए अब काफी समय लगेगा। 








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