2017-02-18 14:09:00

सुसमाचार संदेश पर अपना हृदय खुला रखें


वाटिकन सिटी, शनिवार, 18 फरवरी 2017 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 18 फरवरी को धन्य कुँवारी मरियम के निष्कलंक गर्भागमन को समर्पित मेरियन पुरोहितों के धर्मसमाज की आमसभा के प्रतिभागियों से मुलाकात की।

उन्हें सम्बोधित कर संत पाप ने धर्मसमाज की आम सभा के प्रमुख उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह धर्मसमाज के नियम एवं संविधान पर चिंतन करने का अवसर है। यह महत्वपूर्ण काम है। वास्तव में, सभी धर्मसमाजों के लिए नियमों एवं संविधान की आवश्यक है क्योंकि यह शिष्यत्व की पूरी यात्रा में, कलीसिया द्वारा पुष्टिकृत विशिष्ट कैरिज्म को जीने में मदद देता है।

उन्होंने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे इस सभा में संस्थापक के कैरिज्म तथा अपने समाज की आध्यात्मिक विरासत पर ईमानदारी पूर्वक चिंतन करें, साथ ही, लोगों की नई आवश्यकताओं को पहचानने हेतु अपने हृदय और मन को खुला रखें।

संत पापा ने धर्मसमाज के संस्थापक संत इस्तानिसलास का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने ख्रीस्त के शिष्य होने के अर्थ को अच्छी तरह समझा था। उन्होंने कहा कि इस परिप्रेक्ष्य में ईशवचन की सेवा द्वारा पुनर्जीवित ख्रीस्त का साक्ष्य देना है। ख्रीस्तीय साक्ष्य ग़रीबों की मदद करने की मांग करता है जिसके लिए धर्मसमाज शुरू से ही संलग्न है। संत पापा ने प्रोत्साहन दिया कि वे ग़रीबों की मदद करने की इस परम्परा को बनाये रखें।

धर्मसमाज की दूसरी महत्वपूर्ण बात के रूप में संत पापा ने सदस्यों का ध्यान आध्यात्मिक विरासत पर आकृष्ट किया तथा कहा कि यह कलीसिया के प्रति पूर्ण समर्पण है। कलीसिया की सेवा हेतु साहस के साथ आगे बढ़ना तथा इसकी चुनौतियों का सामना करना है, खासकर, जहाँ इसकी अधिक आवश्यकता है। उत् संस्करण की बड़ी चुनौती, हमारे समय के लोगों को उनकी भाषा एवं समझ के अनुरूप सुसमाचार का प्रचार करने का निमंत्रण दे रहा है जो तेजी से सामाजिक एवं सांस्कृतिक परिवर्तन से प्रभावित है। संत पापा ने उन्हें प्रोत्साहन दिया कि वे नवीकृत उत्साह से, नबी की स्वतंत्रता तथा बुद्धिमतापूर्ण सूझ-बूझ से प्रेरिताई में आगे बढ़ें। 

संत पापा ने प्रेरिताई हेतु उन्हें भेदभाव किये बिना सभी लोगों के बीच सुसमाचार प्रचार किये जाने की आवश्यकता पर जोर दिया जो उनकी प्रेरिताई को विस्तृत कर देता है। उन्होंने कहा कि कई लोग अब भी येसु का ज्ञान पाने हेतु इंतजार कर रहे हैं जो मनुष्यों के एकमात्र मुक्तिदाता हैं। यह अति आवश्यक मिशन व्यक्ति एवं समुदाय में परिवर्तन की मांग करता है। कृपा के लिए पूरी तरह खले हृदय ही समय के चिन्ह को पहचान तथा आशा और शांति की आवश्यकता में मानवता की अपील को समझ सकता है।

संत पापा ने धन्य कुँवारी मरियम के निष्कलंक गर्भागमन को समर्पित मेरियन पुरोहितों के धर्मसमाज के सभी सदस्यों को प्रोत्साहन दिया कि वे अपने संस्थापक के पदचिन्हों पर चलते हुए ख्रीस्त तथा कलीसिया की सेवा करें एवं नई प्रेरिताई एवं चुनौतियों का सामना उस परिस्थिति में भी करें जब यह जोखिमों से भरा जान पड़े।

धर्मसमाज का आदर्श वाक्य है, ″ख्रीस्त एवं कलीसिया के लिए।″ धर्मसमाज में करीब 500 पुरोहित हैं जो विश्व के 19 देशों में कार्यरत हैं। 








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