2017-02-15 16:03:00

कार्डिनल कोक्कोपालमिरो द्वारा “अमोरिस लेतित्सिया” के 8वे अध्याय की व्याख्या


वाटिकन सिटी, बुधवार, 15 फरवरी 2017 (सेदोक) : वाटिकन में मंगलवार को संत पापा फ्राँसिस के प्रेरितिक उद्बोधन ‘अमोरिस लेतित्सिया’ के 8वे अध्याय पर समर्पित एक नव प्रकाशित पुस्तक पेश किया गया।

30 पन्नों वाली पुस्तिका को विधान संबंधी विषयों हेतु परमधर्मपीठीय परिषद के अध्यक्ष कार्डिनल कोक्कोपलमिरो ने लिखी है जिसे लेव, वाटिकन पब्लिशिंग हाउस द्वारा प्रकाशित किया गया है।

पुस्तिका को फादर मौरिजियो ग्रोंन्की ने प्रस्तुत किया। फादर मौरिज़ियो रोम के परमधर्मपीठीय उर्बान विश्वविद्यालय में ईशशास्त्र को प्रोफेसर, विश्वास के सिद्धांत के लिए धर्मसभा के सलाहकार, और ओराजियो ला रोक्का के वरिष्ठ पत्रकार  और वेटिकन के मामलों में विशेषज्ञ हैं।

इस पुस्तिका के प्रकाशन का उद्देश्य है जो पाठक संत पापा के प्रेरितिक उद्बोधन ″अमोरिस लेतित्सिया″ के 8वे अध्याय, जिसमें कलीसिया द्वारा निर्धारित विवाह संस्कार के पारंपरिक सीमाओं से बाहर जो लोग वैवाहिक जीवन जाते हैं, उनके प्रति कलीसिया के प्रेरितिक कार्यों की स्पष्ट और सरल दिशा निर्देश प्रदान करना।

फादर ग्रोंन्की ने कहा कि अध्याय 8 बदलते समाज के प्रति कलीसिया हमें एक नया परिपेक्ष्य प्रदान करता है। यह संत पापा फ्राँसिस की दया के आह्वान से ओत-प्रोत है। संत पापा ने ऐसे लोगों तक पहुँचने की अपील की है जो आंतरिक रुप से घायल, निराश और उपेक्षित हैं तथा जिन्हें ईश्वर के प्रेम और दया की जरुरत है।

फादर ने कहा कि दस्तावेज की चेतावनी कलीसिया के लोगों को कभी भी किसी की भर्त्सना नहीं करता है पर मेषपालीय दृष्टिकोण रखता है जो लोग कोर्ट मैरेज किये हैं, तलाक शुद्धा हैं, दोबारा शादी किये हैं या बस एक साथ रह रहे हैं और जो सुसमाचार के अनुरुप वैवाहिक जीवन जीने तथा एक ख्रीस्तीय परिवार की शुरुआत करने की इच्छा रखते हैं।








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