काठमाण्डू, शनिवार, 28 जनवरी 2017 (एशियान्यूज़): सैकड़ों महिलाओं को मानव तस्करी एवं वेश्यावृत्ति के चंगुल से छुड़ाने वाली नेपाल की अनुराधा कोईराला को भारत सरकार पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित करेगी।
26 जनवरी गणतंत्रता दिवस के अवसर पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किये जाने वाले व्यक्तियों की घोषणा की गयी जिसमें नेपाल की अनुराधा कोईराला प्रथम विदेशी महिला हैं जिन्हें भारत सरकार ने सम्मानित करने हेतु चुना है।
सम्मानित किये जाने की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, ″मैं अत्यन्त खुश हूँ कि हमारे संगठन के प्रयास को भारत ने पहचान प्रदान की है जिसकी अधिकतर शिकार अब भी नेपाल की महिलाएँ हैं।″
काठमाण्डू में भारत के दूतावास से प्रेषित ट्वीट पर लिखा था, ″वे अपनी आदर्श सामाजिक कार्य के लिए पुरस्कृत की गयी हैं, डीजू अनुराधा कोईराला एकमात्र विदेशी हैं जिन्हें 2017 में पद्माश्री से विभूषित किया गया है।″
उन्होंने सन् 1993 में एक निर्लाभ संगठन ‘माइती नेपाल’ की स्थापना की है जो यौन तस्करी के शिकार लोगों की मदद करता है। संगठन के अनुसार भारत एवं अरबी देशों में प्रत्येक वर्ष करीब 5,000 नेपाली लड़कियाँ एवं महिलाएँ वेश्यावृति के लिए मजबूर की जाती हैं।
अनुराधा ने कहा, ″पहला स्थान भारत का है किन्तु हाल के वर्षों में यह चीन, अफ्रीका तथा खाड़ी के देशों में भी बढ़ा है।″
उन्होंने कहा कि भारत में वेश्यावृति के बाजार को बढ़ावा मिलने का मुख्य कारण है इन दोनो देशों के बीच सीमा पार करने हेतु वीजा की आवश्यकता नहीं और दूसरा कारण है नेपाली लड़कियों की शारीरिक बनावट भारतीय लड़कियों के अनुरूप होना।
अनुराधा कोईराला ने लड़कियों की भलाई हेतु अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा, ″तस्करी को रोकने तथा लड़कियों को बचाने के लिए यह अधिक आसान हो सकता है यदि हम भारत के साथ सहयोग से काम करें।″
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