2017-01-09 16:42:00

बपतिस्मा के हमारे कार्य


वाटिकन रेडियो, सोमवार, 9 जनवरी 2017 ( सेदोक) संत पापा  फ्राँसिस ने 08 जनवरी 2017 को अपने देवदूत प्रार्थना का पूर्व संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में जमा हुए हजारों विश्वासियों और तीर्थयात्रियों को संबोधित करते हुए कहा,

प्रिय भाई एवं बहनो सुप्रभात

येसु के बपतिस्मा का जिक्र करते हुए संत मत्ती का सुसमाचार हमारे लिए यर्दन नदी के दृश्य को प्रस्तुत करता है। पश्चातापी भीड़ योहन बपतिस्ता से बपतिस्मा ग्रहण करने हेतु कतार में खड़ी है और इस भीड़ में येसु भी सामान्य जनता के साथ पंक्ति में खड़े होते हैं। योहन बपतिस्ता येसु से कहते हैं “मुझे तो आप से बपतिस्मा लेने की जरूरत है। (मत्ती.3.14) योहन इस बात का अनुभव करते हैं कि येसु और उनके बीच एक बड़ा फासला है। येसु मुख्यतः इसी फासले को कम करने हेतु आते और मानव और ईश्वर के मध्य एक सेतु का कार्य करते हैं। वे ईश्वर और मानव को मिलाते जो विभाजित हो गये हैं। यही कारण है कि वे योहन से अनुरोध करते हैं कि वे सारी चीजों को विधिवत समापन होने दें क्योंकि यह एक धार्मिकता को पूरी करती है जिसके द्वारा पिता बेटे के नम्रता पूर्ण व्यवहार और आज्ञाकारिता के द्वारा टूटे और पापमय  मानव समाज को अपने साथ जोड़ना चाहते हैं। इस तरह हम देखते हैं कि ईश्वर हमारे निकट, अति निकट रहने की चाह रखते हैं।

येसु जैसे ही योहन से बपतिस्मा ग्रहण कर यर्दन नदी से बाहर निकलते हैं पिता ईश्वर की वाणी आकाश से सुनाई देती है, “यह मेरे प्रिय पुत्र है इस पर मैं अत्यन्त प्रसन्न हूँ।” (मत्ती. 17) उसी समय पवित्र आत्म कपोत के रुप में येसु ख्रीस्त के ऊपर उतरता और उन्हें मानव मुक्ति के प्रेरितिक कार्यों को एक दीन सेवक की भाँति, सच्चाई को धारण करते हुए पूरा करने हेतु अपने कृपादानों से विभूषित करता है जिसकी चर्चा करते हुए नबी इसायस कहते हैं, “यह न तो चिल्लायेगा और न शोर मचायेगा, बाजारों में कोई भी इसकी आवाज नहीं सुनेगा। यह न तो कुचला हुआ सरकण्डा ही तोड़ेगा और न धुआँती हुई बत्ती ही बुझायेगा। यह ईमानदारी से धार्मिकता का प्रचार करेगा। (इसा. 42.2-3)

संत पापा ने कहा कि यह हमारे लिए येसु के प्रेरित कार्य शैली को प्रस्तुत करता है जो उनके  शिष्यों की कार्य शैली की झलक हमें प्रदान करती है। हमें सुसमाचार की घोषणा नम्रता और दृढ़ता में बिना चिल्लाये, बिना किसी को गाली दिये, बिना सख्ती और ढ़ीठाई के दीनतापूर्वक करने का आहृवान करता है। सच्चा प्रेरितिक कार्य हमें धर्म परिवर्तन नहीं लोगों को ख्रीस्त को ओर आकर्षित करना है। लेकिन हम इसे कैसे कर सकते हैं? हम कैसे लोगों को ख्रीस्त की ओर आकर्षित कर सकते हैं? उन्होंने कहा कि यह हमारे जीवन के द्वारा साक्षा प्रस्तुत करने की मांग करता है। यह हमें प्रार्थना में उनके साथ मजबूती से संयुक्त होते हुए उनकी आराधना करने की माँग करता और अपने ठोस सेवा के कार्य को प्रेम पूर्ण ढ़ग से उनके लिए सम्पादित करने हेतु आहृवान करता है जो समाज के हाशिये में पड़े हुए हैं। अपने भले और करुणामय गरेड़िये येसु का अनुसरण करने में हम अपने को उनके कृपादानों से परिपूर्ण पाते जहाँ वे हमें जीवन में खुशी पूर्वक साक्षा देने को प्रेरित करते जो लोगों के जीवन को प्रकाशित करता और उन्हें प्रेम तथा आशा के गुणों से भर देता है।

आज का त्योहार हमें बपतिस्मा के उपहारों और इसकी सुन्दरता को एक चुनी हुए प्रजा के रूप में पुनः खोजने हेतु आमंत्रित करता, यद्पि हम पापी हैं। संत पापा ने कहा कि हम सभी पापी हैं और येसु की कृपा द्वारा बचाये जाते हैं है। यह माता कलीसिया की गोद में हमारा स्वागत करती जिनके हृदय में हमारे लिए असीमित प्रेम भरा हुआ है।

संत पापा ने माता मरियम की बिचवई करते हुए कहा कि वे हमें बपतिस्मा की कृपाओं को अपने में संजोकर रखने में मदद करे जिससे हम अपनी नम्रता, कोमलता और दृढ़ता में संस्कारों के प्रति निष्ठावान बने रहें।

इतना कहने के बाद संत पापा ने विश्वासियों और तीर्थयात्रियों के साथ देवदूत प्रार्थना का पाठ किया और सभों को रविवारीय मंगलकामनाएँ अर्पित करते हुए उन्हें अपना प्रेरित आशीर्वाद दिया। 








All the contents on this site are copyrighted ©.