2016-12-16 16:26:00

दक्षिणी सूडान में युद्ध विराम का आहृवान, वाटिकन


वाटिकन रेडियो, शुक्रवार, 16 दिसम्बर 2016 (वी आर) संयुक्त राष्ट्र संघ और जेनेवा स्थित अन्य अन्तराष्ट्रीय संस्थानों हेतु वाटिकन के स्थायी प्रतिनिधि महाधर्माध्यक्ष इवान जूरकोविक ने दक्षिणी सूडान में हिंसा विराम का आहृवान किया।

वाटिकन राजनयिक ने कहा, हिंसा की स्थिति ने दक्षिणी सूडान में मानवता संबंधी एक विकट परिस्थिति को उत्पन्न कर दिया है जिसके निदान हेतु त्वरित कार्य करने की जरूरत है। महाधर्माध्यक्ष ने 14 दिसम्बर 2016 को जेनेवा में आयोजित 26वें विशेष मानव अधिकार सम्मेलन के तहत दक्षिणी सूडान में मानव अधिकार की स्थिति का आकलन करते हुए सूडान के राष्ट्रपति को संबोधित किया और मानवीय अधिकार पर चिंता जाहिर करते हुए स्थिति पर ध्यान देने का आह्वान किया क्योंकि हिंसा की स्थिति ने अन्तराष्ट्रीय नियमों और अन्तराष्ट्रीय मानवाधिकारों को पूर्णरूपेण नजरंदाज कर दिया है।

उन्होंने युद्ध के कारण प्रभावित जनता विशेष कर महिलाओं और बच्चों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि युद्ध के कारण करीब 2.3 लाख लोगों को देश से विस्थापित होना पड़ा है जिसमें अधिकतर बच्चे और महिलाएँ हैं। हिंसा की स्थिति में करीबन 6 लाख लोगों को निकटवर्ती देशों में प्रवासी के रुप में जीवनयापन करने को विवश कर दिया है जिसमें करीब 70 प्रतिशत लोग नाबालिग हैं। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि करीब 5 से 7 मिलियन लोगों हेतु खाद्य सामग्री का अभाव है। देश में युद्ध की स्थिति ने मानवता और अन्तराष्ट्रीय संबंधी मुद्दों में एक विकट स्थिति उत्पन्न कर दी है जिसका समाधान करना नितांत जरूरी है।

उन्होंने संत पापा ने नाम दक्षिणी सूडान के राष्ट्रपति का आहृवान करते हुए कहा कि वे युद्ध में संलिप्त दलों के बीच शांति बहाल की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि देश में शांति व्यवस्था हेतु अपने स्वार्थ का त्याग करते हुए एक दूसरे को शत्रु के बदले अपने भाई की तरह देखने की आवश्यकता है।








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