2016-12-03 15:18:00

करुणा की भाषा हम ख्रीस्तीयों को बोलनी है, महाधर्माध्यक्ष पिस्साबाल्ला


वाटिकन रेडियो, शनिवार, 03 दिसम्बर 2016, (सेदोक) करुणा की जयंती वर्ष का समापन के तहत  येरुसलेम और नाजरेत के महागरिजाघरों के पवित्र द्वारों को 3 दिसम्बर और 9 दिसम्बर को क्रमश बंद किया जायेगा।

वाटिकन रेडियो की लिन्डा वोरदोनी से अपनी वार्ता के दौरान येरुसलेम में प्रेरिताई कार्य के अधिकारी महाधर्माध्यक्ष पियेबतिस्ता पिस्साबाल्ला ने कहा कि जोर्डन में पवित्र द्वार गेस्तसेमानी और नाजरेत के प्रमुख द्वारों के साथ में बंद किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि सारे विश्व में करुणा के पवित्र द्वारों के बंद होने का अर्थ एक ही है जो ख्रीस्तीय समुदाय को इस बात की याद दिलाती है कि “हमारे लिए करुणा के द्वार बंद नहीं हुए हैं”।

उन्होंने कहा कि करुणा एक भाषा है। करुणा के जयंती वर्ष में राजनीति और उच्च स्तरीय निर्णयों में कोई खास चीजें देखने को नहीं मिली है लेकिन जमीनी स्तर पर लोग के बीच, समुदायों और विद्यलयों में इस्ररायलियों, फिलिस्तीनों, यहुदियों, ख्रीस्तीयों और मुसलमानों के बीच आपसी वार्ता की पहल की गई है।  








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