2016-09-24 16:18:00

ऑर्थोडोक्स कलीसिया ने एकता हेतु एक नये दस्तावेज पर हस्ताक्षर किया


इटली, शनिवार, 24 सितम्बर 2016 (वीआर सेदोक): काथलिक तथा ऑर्थोडोक्स कलीसिया के ईशशास्त्रियों ने एक नये संयुक्त दस्तावेज पर सहमति व्यक्त की जिसका शीर्षक है, ″पहली सहस्राब्दी में धर्मसभा एवं उसकी प्रमुखता: कलीसिया की एकता की सेवा में एक आम समझ की ओर।″ 

घोषणा ऑर्थोडॉक्स एवं काथलिक प्रतिनिधियों के बीच ईशशास्त्रीय वार्ता हेतु संयुक्त अंतरराष्ट्रीय आयोग की एक सभा के अंत में की गयी जो 15 से 22 सितम्बर तक इटली के चियेती शहर में आयोजित की गयी थी। 

ख्रीस्तीय एकता हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति के उप-सचिव मोन्सिन्योर अंद्रेया पालमियेरी ने वाटिकन रेडियो से कहा कि नये संयुक्त दस्तावेज पर संयुक्त सहमति एक लम्बी प्रक्रिया का परिणाम है जो आरम्भिक कलीसिया की प्रमुख भूमिका पर 2007 में प्रकाशित रावेन्ना दस्तावेज द्वारा आरम्भ हुई थी। उन्होंने कहा कि यह नया दस्तावेज रोम के धर्माध्यक्ष तथा अन्य कलीसियाओं के धर्मगुरूओं के बीच सम्बधों को करीब से देखती है अतः यह काथलिक एवं ऑर्थोडॉक्स कलीसियाओं के बीच की समस्याओं का समाधान कर सकती है। 

मोन्सिन्योर अंद्रेया पालमियेरी ने कहा, ″यह दस्तावेज वार्ता के नये पहलू के लिए ‘एक रास्ता खोल रहा है’ किन्तु सभी मुद्दों का समाधान टेबल पर ही स्पष्ट रूप से नहीं हो रहा है। मास्को के प्राधिधर्माध्यक्ष की वेबसाईट पर एक नोट में कहा गया है कि यह आम सहमति तक पहुँच गया है, हालांकि जोर्जियन ऑर्थोडॉक्स कलीसिया दस्तावेज के अलग-अलग परिच्छेदों से असहमत है। वेबसाईट में कहा गया है कि जोर्जियन ऑर्थोडॉक्स कलीसिया प्लेनरी सत्र द्वारा अंतिम विज्ञप्ति को अपनाये जाने का बहिष्कार करता है।

आगामी आमसभा के संबंध में चियेती में कोई सहमति नहीं पहुँची थी जो ऑर्थोडॉक्स कलीसिया बहुल देश में दो सालों की अवधि में होना है।








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