2016-09-21 14:39:00

शाँति बनाये रखने के लिए आधारशिला की जरुरत है : प्राधिधर्माध्यक्ष बारथोलोम प्रथम


असीसी नगर, बुधवार, 21 सितम्बर 2016 (सेदोक) : "शाँति बनाये रखने के लिए आधारशिला की जरुरत है तब भी जब यह खतरे में है। आपसी सम्मान, स्वीकृति और न्याय के बिना शांति कायम नहीं की जा सकती है।” उक्त बातें प्राधिधर्माध्यक्ष बारथोलोम प्रथम ने कही।

मंगलवार 20 सितम्बर को असीसी नगर में आयोजित शांति हेतु अंतर-धार्मिक विश्व प्रार्थना सभा में प्राधिधर्माध्यक्ष बारथोलोम प्रथम ने अंतरराष्ट्रीय धार्मिक नेताओं को संबोधित किया।

उन्होंने कहा कि आपसी ज्ञान और सहयोग से ही शाँति संभव हो सकती है। असीसी में एकत्रित सभी नेताओं की भूमिका में इस प्रक्रिया की जरुरत है। धर्मों के रूप में, मानवतावादी संस्कृतियों के रूप में, मनुष्य के रूप में आज हमें नये तरीके से, नये हाव-भाव के साथ सबको फिर से जीवित करना होगा।

उन्होंने कहा, “हमें अपने आप से पूछना होगा कि हमने क्या और कहाँ गलतियाँ की या कहाँ हमने सावधानी नहीं बरती। क्योंकि कट्टरवाद की वृद्धि हो रही है। जिससे न केवल दूसरों के साथ बात-चीत करने में भय महसूस करते हैं परंतु खुद से बात करने में भी डर महसूस होता है। हमें उन्हें अलग करना होगा, विश्वास के प्रकाश में उन्हें शुद्ध करना होगा तथा उन सबको समृद्धि में बदलना होगा।”

अगर हम ऐसा करने में सक्षम हैं, तो वार्तालाप वास्तविक और जीवनप्रद होगा।

हम प्रत्येक का दायित्व बनता है कि हम जन्म से लेकर मृत्यु तक जीवन के हर चरण का सम्मान और सुरक्षा हर इंसान को दें। हमें प्रकृति और जो कुछ उस में है उनके संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए।

क्योंकि ईश्वर ने जब सृष्टी की रचना की तो एक पौधा, एक जानवर, एक मनुष्य, एक तारा या एक ग्रह नहीं बनाया। उन्होंने बडे प्रेम और विशेष उद्देश्य के साथ विभिन्न रंग-रुपों में बहुत सारे बनाये। इस समृद्धि की रक्षा करते हुए हमें एक साथ जीने की जरूरत है।








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