2016-07-21 17:02:00

महासभा का उद्देश्य बड़े दस्तावेजों का निर्माण नहीं किन्तु धर्मसमाजी जीवन पर चिंतन


इटली, बृहस्पतिवार, 21 जुलाई 2016 (वीआर सेदोक): जेस्विट सोसाईटी के शीर्ष अधिकारी फादर अडोल्फो निकोलस ने घोषित किया है कि वे धर्मसमाज के आगामी 36वें महासभा में अपने पद से त्यागपत्र को प्रस्तुत करेंगे किन्तु महासभा इस बात के लिए स्वतंत्र है कि वह उनके त्याग पत्र को स्वीकार करे अथवा नहीं।

ज्ञात हो कि जेस्विट सोसाईटी की आगामी 36वीं महासभा की शुरूआत 2 अक्तूबर 2016 को रोम में होगी।

फादर पैट्रिक मुलेमी को दिये एक साक्षात्कार में फा. अडोल्फो निकोलस ने महासभा के प्रति आशा व्यक्त करते हुए कहा कि वे धर्मसमाज की 36वीं महासभा में उचित और यथार्थवादी बातों की आशा करते हैं। उन्होंने कहा कि द्वितीय वाटिकन महासभा के बाद कई पहलुओं और धार्मिक जीवन के आयामों को सुविन्यस्त किये जाने की आवश्यकता थी जिसके कारण 31 से लेकर 35 वें महासभाओं में यही होता आया जिसे धर्मसमाज ने अब लगभग पूरा कर लिया है। उन्होंने कहा कि महासभा का उद्देश्य बड़े दस्तावेजों का निर्माण नहीं किन्तु धर्मसमाजी जीवन, कलीसिया एवं आत्माओं की मुक्ति हेतु सुसमाचार की सेवा में प्रगति पर चिंतन करना है।

उन्होंने कहा, ″मैं आशा करता हूँ कि धर्मसमाज का फल सुसमाचारी भावना द्वारा बेहतर धर्मसमाजी जीवन एवं हमारे मिशन में प्रवेश करने हेतु विचार करने की एक नयी क्षमता हो।″  

यह पूछे जाने पर कि क्या धर्मसमाज पहले की अपेक्षा अलग होगा उन्होंने कहा कि यह काफी अलग होगा। उन्होंने कहा कि समय बदल चुका है और समाज में उत्साह एवं सोच-विचार करने की क्षमता के कारण विश्व के लिए ईश्वर के मिशन के प्रति नई जागृति आयी है।

संत पापा महासभा में भाषण दे सकते हैं अथवा नहीं, के सवाल पर फादर जेनेरल ने कहा कि इसकी वे आशा करते हैं किन्तु यह संत पापा पर निर्भर है वे इसके लिए स्वतंत्र हैं। 








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