2016-06-20 16:06:00

कार्डिनल पियोत्रो परोलीन का ग्रीक सम्मेलन को संबोधन


वाटिकन सिटी, सोमवार, 20 जून 2016 (सेदोक) ऑथोडोक्स कलीसियों के सम्मेलन में वाटिकन का प्रतिनिधित्व कर रहे वाटिकन राज्य के सचिव कार्डिनल पियोत्रो परोलीन के पवित्र धर्मविधि में भाग लेते हुए सम्मेलन के प्रतिभागियों को संत पापा का संदेश दिया।

उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मैं आप सभों के लिए संत पापा फ्राँसिस का स्नेह और आशीर्वाद ले कर आता हूँ। मैं सर्वप्रथम उन लोगों से मुलाकात करने हेतु आया जो युद्ध से प्रभावित हैं जिससे मैं उन्हें संत पापा का आलिंगन और कलीसिया की ओर से ठोस सहायता प्रदान कर सकूँ। वे ईश्वर के करुणामय प्रेम की याद करते हैं जो आज की धर्मविधि प्रार्थना में व्यक्त किया गया है, “तु उन्हें सुरक्षा प्रदान करेगा जो अत्यधिक पीड़ा में हैं और उन्हें ज्योतिमय मार्ग दिखलायेगा जो अंधकार और मृत्यु की शय्या में पड़े हुए हैं।”

पवित्र आत्मा इस देश में और दुनिया में शांति के स्थापक हैं। हम सारी शक्ति से पवित्र आत्मा से याचना करते हैं कि वे हमारे बीच से सभी घृणा और द्वेष दूर करें। “अपने को आग की जिह्वा में विभक्त करते हुए वे हमें एकता हेतु निमंत्रण देते हैं।” हम सभी विश्वासी पवित्र आत्मा की एकता में एक दूसरे से संयुक्त रहें जिसके लिए वे हमें प्रेरित करते हैं। यह भातृत्व सभी को अपने में सम्माहित करता है जो सच्चे हृदय से ईश्वर की खोज करते हैं।

ग्रीस कलीसिया के भाई-बहनों आप ने लातीनी कलीसिया के साथ प्रेमपूर्ण संबंध बनाये रखा है पवित्र आत्मा की शक्ति से आप ईश्वरीय कृपा के भागी बनें। आज से पन्द्रह वर्ष पूर्व संत पापा जोन पौल द्वितीय ने उक्रेन की प्रेरितिक यात्रा की थी और अब यह देश धार्मिकता का मुकुट धारण करता है।

उन्होंने कहा कि आप की प्रार्थना इसी मनोभाव को धारण करती हैं, तुने हमें आग रूपी जीभ के समान आत्मा के वरदानों से विभूषित किया है जिससे हम सुसमाचार और अपने विश्वास का साक्ष्य दे सकें, जिससे न केवल ईशश्स्त्र का सैद्धांतिक सिद्धान्त वरन् जीवन दायी ईश्वर का सच्चा ज्ञान प्रसारित होता रहे।

 








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