2016-02-12 15:18:00

विश्व रोगी दिवस के अवसर पर नाजरेत में मिस्सा बलिदान


वाटिकन सिटी, शुक्रवार,12 फरवरी 2016 (सेदोक).संत पापा फ्राँसिस के विशेष प्रतिनिधि महाधर्माध्यक्ष जिग्मंट जीमोवस्की ने बृहस्पतिवार को नजरेत की पवित्र भूमि में कलीसिया द्वारा मनाये जा रहे विश्व रोगी दिवस के अवसर पर ख्रीस्तीयग अर्पित किया।

लूर्द की संत बेरनादेत के पर्व दिवस के अवसर पर 11 फरवरी को नाजरेत के दूतसंदेश महागिरजाघर में मिस्सा के प्रवचन में स्वास्थ्य सेवा की प्रेरिताई हेतु गठित परमधर्मापीठीय समिति के अध्यक्ष ने संत पापा द्वारा विश्व रोगी दिवस हेतु दिये गये संदेश पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारे जीवन को येसु के करूणामय हाथों में सौंपने की जरुरत है जैसा कि माता मरिया ने किया। उन्होंने कहा कि हममें से प्रत्येक विभिन्न रूपों में दुःख और तकलीफ मे पड़े लोगों की सेवा करने हेतु बुलाये गये हैं। हमें इस सच्चाई से नहीं डरना चाहिए कि हम येसु के समान संतोषजनक दूसरों की सेवक नहीं कर सकते। हमारे लिए महत्वपूर्ण चीज यह हैं की हम आगे आये, उन लोगों के निकट खड़े हों जो दुःख सह रहे हैं क्योंकि उनको हमारी जरूरत है। कभी-कभी यह सेवा थकानदेह और उबाऊ हो सकता हैं फिर भी हम निश्चित रूप से कह सकते हैं की येसु हमारे प्रयासों को दिव्य सेवा में परिणत कर देते हैं। हम दूसरों के लिए हाथ, पैर और हृदय बन सकते हैं जिसके द्वारा येसु चमत्कार करते हैं जो की बहुधा गुप्त रूप में होता है। हम बीमार या भले चंगे रहने पर भी अपनी सेवा और दुःखों को काना के उस पानी की तरह दे सकते हैं जो विवाह भोज में मटकों मे भरा गया और जो सर्वोतम अंगूरी में बदल गया। दूसरों की सेवा गुप्त रूप से करते हुए हमें अपने दैनिक जीवन के क्रूस को अपने कंधों पर ढ़ोते और येसु का अनुसरण करते हैं, यद्पि दुःख सहने का अनुभव रहस्यमय बना रहेगा लेकिन येसु उसका अर्थ हमें समझने में मदद करते हैं।








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