2015-12-03 15:52:00

गिरजाघरों में हिंसा आक्रमण के प्रति पुलिस की खोजबीन लापरवाहीजनक


नई दिल्ली, बुधवार, 03 दिसम्बर 2015, (ऊका न्यूज) नई दिल्ली के ख्रीस्तीय गिरजाघरों की आगजनी के मामले में पुलिस ने पर्याप्त और सही जाँच-पड़ताल नहीं की है।

“अब तक कुछ नहीं किया गया है और हम जानते हैं पुलिस इस मामले में कुछ नहीं करेगी।” उक्त बातें संत सेबास्तीयन चर्च, दिलशाद गार्डन के एक पल्लीवासी जोश विक्टोरिया ने कहा। ज्ञात हो की पूर्वी नई दिल्ली का दिलशाद गार्डन पल्ली 30 नवम्बर सन् 2014 को आग के हवाले कर दिया गया था।
फा. अन्तोनी फ्राँसिस ने ऊका न्यूज को बतलाया कि पुलिस इस घटना के संबंध में उदासीन दिखाई पड़ती है और जाँच पड़ाताल में लापरवाही बरत रही हैं। उन्होंने आगजनी की इस घटना को लेकर हिन्दु कट्टरपंथियों की संलिप्तता पर खोजबीन की कोई रूची नहीं दिखलाई है। उन्होंने कहा कि एक साल बीत जाने के बाद भी पुलिस ने अब तक इस घटना से संबंधित किसी को गिरफ्तार भी नहीं किया है।
विदित हो कि इसके अलावे और कई घटनायें जैसे 8 दिसम्बर 2014 को मिस्सा पूजा के दौरान आवर लेडीज ऑफ फतिमा, जासोला में पत्थराव की घटना को पुलिस ने गली में खेल के दौरान बच्चों की शरारत कहा।

05 जनवरी 2014 को रोहनी गिरजाघर की आगजनी को पुलिस वालों ने शर्ट सर्किट की बात बता कुछ करवाई नहीं की। 15 जनवरी 2014 को दक्षिणी दिल्ली के संत अलफोन्सा चर्च परिसर में माता मरियम तीर्थ की प्रतिमा, गिरजाघर के संदुक और पवित्र परमप्रसाद का अपमान किया गया।  
हिन्दु राष्ट्रीय स्वयं सेवा संघ ने ख्रीस्तीयों के विरुद्ध हुए इन घटनाओं को छोटी मोटी, मामूली  घटनाओं का रूप कहा है।








All the contents on this site are copyrighted ©.