2015-11-16 15:17:00

काथलिक एवं लुथेरन एक-दूसरे से क्षमा मांगें


वाटिकन सिटी, सोमवार, 16 नवम्बर 2015 (वीआर सेदोक): ″काथलिक एवं लुथेरन कलीसियाओं को विभाजन की बीती अपमानजनक बातों के लिए एक-दूसरे से क्षमा मांग लेना चाहिए तथा ग़रीबों एवं जरूरतमंद लोगों की सेवा मिलकर करना चाहिए।″ यह बात संत पापा फ्राँसिस ने रविवार को रोम के एवनजेलिकल लुथेरन चर्च में संध्या प्रार्थना के दौरान कही।

लुथेरन समुदाय के विभिन्न सवालों का जवाब देते हुए संत पापा ने कहा कि जिस तरह येसु हम सभी का संचालन प्रेम से करते हैं वे हमसे आग्रह करते हैं कि हम गरीबों की सेवा को हमारे जीवन एवं प्रेरिताई के केंद्र में रखें।  

संत पापा ने काथलिक एवं लुथेरन समुदाय द्वारा एक दूसरे पर अत्याचार की बीती घटनाओं की याद करते हुए कहा कि हमें एक दूसरे से क्षमा मांगना चाहिए तथा जिस प्रकार येसु ने हमारी सेवा करने का रास्ता अपनाया हमें भी मिलकर काम करने के रास्ते का चुनाव करना चाहिए। हम प्रभु से कृपा की याचना करें कि वे में एक साथ चलने में हमारी मदद करें। हम विभाजन लाने वाली चीजों पर अधिक ध्यान नहीं दे किन्तु जरूरतमंद लोगों का ख्याल रखते हुए सेवा की विविधताओं के प्रति मन परिवर्तन करें।

संत पापा ने लुथेरन गिरजाघर में एक साथ मिलकर प्रार्थना करने, संयुक्त धर्मविधि तथा ऐसे रास्तों को अपनाये जाने के महत्वों पर प्रकाश डाला जहाँ ख्रीस्तीय एक-साथ मिलकर प्रार्थना कर सकें। उन्होंने ख्रीस्तीय एकता प्रार्थना सप्ताह पर भी बल दिया।

उन्होंने अंत में कहा कि यह आवश्यक है काथलिक कलीसिया साहस एवं ईमानदारी पूर्वक सुधार के मतलबों का मूल्यांकन करे।

ज्ञात हो कि संत पापा फ्राँसिस तीसरे संत पापा हैं जिन्होंने रोम स्थित एवंनजेलिकल लुथेरन चर्च का दौरा किया है। इसे पूर्व मार्च सन् 2010 ई. में संत पापा बेनेडिक्ट सोलहवें तथा दिसम्बर सन् 1983 ई. में संत पापा जॉन पौल द्वितीय ने भी इस गिरजाघर का दौरा किया था।








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