2015-09-05 15:34:00

मदर तेरेसा द्वारा स्थापित धर्मसमाज की चुनौती


गुड़गाँव, शनिवार, 5 सितम्बर 2015 (ऊकान): 5 सितम्बर धन्य मदर तेरेसा की पुण्य तिथि पर   मिशनरीस ऑफ चैरिटी धर्मसमाज एवं उनसे जुड़े लोगों के लिए एक स्मरणीय दिवस है किन्तु मदर तेरेसा द्वारा पुरोहितों के लिए स्थापित धर्मसमाज में फंड की कमी चिंता का विषय बन गया है।

गुड़गाँव स्थित दीपाश्रम जहाँ अनाथ एवं मानसिक रोग से ग्रस्त बच्चों की देखभाल की जाती है उसे बनाये रखना मुश्किल हो रहा है।

दीपाश्रम के प्रमुख फादर जेरी माईकेल ने ऊका समाचार से कहा, ″न सरकारी संस्थाएँ और न ही ग़ैरसरकारी संस्थाएँ मदद हेतु आगे आ रही हैं।″

उन्होंने कहा कि गुड़गाँव के लोगों द्वारा जो थोड़ी मदद मिलती है उसी पर उन्हें निर्भर रहना पड़ रहा है। लोग बच्चों के लिए नाश्ता तथा भोजन का प्रबंध करते हैं।

फादर माईकेल जो 15 सालों से दीपाश्रम में सेवारत हैं उन्होंने कहा कि बीमार बच्चों को नियमित दवाओं की आवश्यकता होती है जिसकी कीमत प्रतिदिन 25,000 रूपये है।

ज्ञात हो कि गुड़गाँव स्थित दीपाश्रम की स्थापना धन्य मदर तेरेसा ने सन् 1994 ई. में की थी।

दीपाश्रम को मदद करने वालों में से एक कंचन मक्कर ने कहा, ″मिशनरीस ऑफ चैरिटी की मदद करना लोगों का कर्तव्य है। हम अपना बहुत थोड़ा समय उन्हें देते हैं किन्तु उन्होंने बच्चों की सेवा में अपना पूरा जीवन ही समर्पित कर दिया है। उनके कार्यों में बहुत अधिक स्नेह है।








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