2015-08-29 16:49:00

संत पापा ने ईराक के ख्रीस्तीयों को सांत्वना दी


वाटिकन सिटी, शनिवार, 29 अगस्त 2015 (एशियान्यूज़): ″मैं आपके लिए प्रार्थना करना जारी रखूँगा तथा आपके लिए तब तक आवाज उठाता रहूँगा जब तक कि इस भयंकर क्रूस के रास्ते का अंत न हो जाए।″ यह बात संत पापा फ्राँसिस ने फादर समीर को सांत्वना देते हुए कही।

26 अगस्त को बुधवारीय आमदर्शन समारोह के अवसर पर वाटिकन स्थित संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में फादर समीर से एक निजी मुलाकात में संत पापा ने ढाढ़स बंधाते हुए कहा कि वे  घबरायें नहीं तथा उन्हें अपनी प्रार्थना का आश्वासन दिया।

ईराक के मोसुल में सेवारत खलदेई पुरोहित फादर समीर ने एशियान्यूस से कहा कि उन्हें संत पापा से मुलाकात कर बात चीत करने का जो अवसर प्राप्त हुआ उससे वे अत्यन्त प्रभावित हैं। उन्होंने कहा, ″यह एक महान अवसर था। मैं उनसे मिलकर कुर्दिस्तान के ख्रीस्तीयों एवं शरणार्थियों की जानकारी देना चाहता था।″   

उन्होंने पत्रकारों को बतलाया कि तीन मिनट की बात-चीत में उन्होंने संत पापा से कहा, ″ईराक के ख्रीस्तीयों तथा शरणार्थियों के लिए आपने जो कुछ किया है उसके लिए धन्यवाद।″ उन्होंने चैरिटी कार्यों की तस्वीर दिखाते हुए आग्रह किया कि वे उनकी दुर्दशा के विरूद्ध आवाज उठाना जारी रखें। उन्होंने कहा, ″हमें आपकी आवाज़ की आवश्यकता है क्योंकि यह एक ऐसी आवाज़ है जो राजनीतिक नेताओं तथा समुदायों द्वारा सुनी जा सकती है।″   

फादर समीर ने बतलाया कि वे अपने समुदाय के साथ आपातकालीन शरणार्थी शिविर में रह रहे हैं। उन्होंने कहा, ″पहले हमारे पास सीरिया से हज़ारों शरणार्थी थे किन्तु जब आई सी आई सी द्वारा मोसुल एवं निनवेह पर हमला हुआ तो वहाँ के हज़ारों ख्रीस्तीय एवं याजिदी लोगों ने भी शरणार्थी शिविरों में पनाह ली है। आरम्भ में मात्र 5 हज़ार परिवार ही शिविरों में रह रहे थे जिनकी संख्या बढ़कर 3600 हजार हो गयी।








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