2015-07-28 16:18:00

संत पापा की हरित क्रांति में हज़ारों विद्यार्थियों ने भाग लिया


मुम्बई, मंगलवार, 28 जुलाई 2015 (एशियान्यूज़): संत पापा फ्राँसिस के प्रेरितिक विश्व पत्र ‘लाओदातो सी’ का व्यवहारिक प्रत्युत्तर देते हुए कर्नाटक के स्थानीय काथलिक स्कूल एवं राज्य सरकार के अधिकारियों की संयुक्त पहल द्वारा करीब 6,000 बालक बालिकाओं ने ‘स्वच्छ एवं हरित बेल्लारी’ अभियान में हिस्सा लिया।

बेल्लारी के धर्माध्यक्ष हेनरी डीसूजा ने कहा, ″पर्यावरण की शिक्षा औपचारिक शिक्षा का प्रमुख हिस्सा होना चाहिए।″ उन्होंने कहा कि विश्व परिवार बनाने के संत पापा फ्राँसिस के आह्वान से प्रेरित होकर कर्नाटक के काथलिक स्कूल एवं सरकार की संयुक्त पहल द्वारा एक अभियान चलाया जा रहा है।

इसका उद्देश्य है पारिस्थितिक स्थिरता के लिए तीन मंत्रों फिजुल खर्च को कम करना, पुनः प्रयोग तथा पुनरावृत्ति को बढ़ावा देना।

‘स्वच्छ एवं हरित बेल्लारी’ अभियान की शुरूआत शनिवार को संत फिलोमिना के पी. यू. कॉलेज में 2,000 वृक्ष लगाकर की गयी। इस अभियान में बेल्लारी शहर स्थित काथलिक स्कूलों के करीब 6000 विद्यार्थी तथा राज्य के राजनीतिक एवं धार्मिक नेताओं ने भाग लिया।

धर्माध्यक्ष ने एशियान्यूज़ से कहा, ″बेल्लारी जिला के बड़े क्षेत्र रायचूर एवं कोप्पाल की कृष्णा एवं तुंगभद्रा नदी परक बने बाँध से सिंचाई की गयी।″

 उन्होंने कहा कि महिलाएँ एवं बच्चे पर्यावरण की रक्षा हेतु अपना बड़ा योगदान दे सकते हैं। इस क्षेत्र में उनकी भूमिका अहम है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की शिक्षा को औपचारिक शिक्षा का प्रमुख हिस्सा बनाना चाहिए। स्वच्छ तथा हरित अभियान सभी के दिनचर्या का हिस्सा बन जाए।

‘स्वच्छ एवं हरित बल्लारी’ अभियान में जल संरक्षण, बिजली बचाना, फास्त फूड से परहेज, प्रदूषण को दूर करना, पर्व त्यौहारों में शोर-गुल कम करना, कॉपियों का सही प्रयोग, कागज को व्यर्थ नष्ट करने से बचाना, झील, तालाब एवं जंगलों को स्वच्छ रखना, प्रत्येक वर्ष नये पेड़ लगाना तथा अंग दान द्वारा दूसरों की जिंदगी बचाना आदि व्यवहारिक बातों पर जोर दिया गया।








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