2015-07-28 17:44:00

भूतपूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे अब्दुल कलाम नहीं रहे, देश शोकित


शिलोंगः मंगलवार, 28 जुलाई 2015, (उकान न्युज़) डॉ. ए. पी. जे अब्दुल कलाम, भारत के भूतपूर्व वैज्ञानिक राष्ट्रपति का देहांत दिल का दौरा पड़ने से हो गया। वे रोमवार शाम को आई. आई, एम. शिलोंग में एक व्याख्यान दे रहे थे। उनकी मृत्यु से पूरा भारतवर्ष शोकित है।

विदित हो की भारत देश के प्रमुख वैज्ञानिकों में से एक 83 वर्षीय डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम का जन्म तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। मिसाइल टेकनोलॉजी में अहम योगदान के कारण वे 'मिसाइल मैन' के नाम से मशहूर थे। उन्हें 1997 में भारत रत्न से नवाज़ा गया। सन् 2002-07 तक उन्होंने भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य भार सँभाला।

उनके पार्थिव शरीर को हेलिकॉप्टर के ज़रिए शिलांग से गुवाहाटी लाया गया जहाँ असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

अपनी श्रद्धांजलि में भारत के राष्ट्रपति प्रणाव मुखर्जी ने कहा,  "डॉ. कलाम विज्ञान के प्रति अपने जुनून और खोज के लिए हमेशा याद किये जायेंगे।" 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने ट्विटर शोक संदेश में कहा कि भारत एक महान वैज्ञानिक, अदभुत राष्ट्रपति और एक प्रेरणादायक व्यक्ति की मृत्यु पर शोक प्रकट करता है।

उनके पार्थिव शरीर को गुवाहाटी से विशेष विमान के ज़रिए दिल्ली लाया गया.

डॉ. कलाम के परिवार की इच्छानुसार उनके पैतृक शहर रामेश्वरम में, बुधवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।








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