2015-07-01 12:02:00

आतंकवाद सम्पूर्ण विश्व को प्रभावित करनेवाली भयानक वास्तविकता, महाधर्माध्यक्ष थॉमासी


जिनिवा, बुधवार, 01 जुलाई सन् 2015 (सेदोक): जिनिवा स्थित संयुक्त राष्ट्र संघीय मुख्यालय में वाटिकन के स्थायी पर्यवेक्षक महाधर्माध्यक्ष सिलवानो थॉमासी ने कहा है कि आतंकवाद एक भयावह वास्तविकता है जिससे विश्व के सभी क्षेत्र प्रभावित हो रहे हैं।

मंगलवार, 30 जून को संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार समिति के 29 वें सत्र में प्रतिनिधियों को सम्बोधित कर उन्होंने कहा कि आतंकवाद से सम्पूर्ण विश्व के अलग-अलग क्षेत्रों में लोगों के  मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन हो रहा है तथा उनसे उनकी मूलभूत स्वतंत्रता छीनी जा रही है। 

उन्होंने कहाः "आतंकवाद एक भयानक वास्तविकता है जो असंख्य लोगों की जान लेकर, समाजों को धमकाकर, संस्कृतियों एवं उनके इतिहास का विनाश कर विश्व के समस्त भागों पर अपना  दुष्प्रभाव छोड़ रहा है।"

महाधर्माध्यक्ष ने गहन क्षोभ व्यक्त किया कि सब समय आतंकवाद को रोकने के लिये ठोस कदम नहीं उठाये गये, उन्होंने कहा, "खेदवश, यह स्वीकार करना पड़ता है कि अन्तरराष्ट्रीय समुदाय, विशेष रूप से, मध्यपूर्व एवं अफ्रीका के विभिन्न क्षेत्रों में, आतंकवाद को रोकने हेतु प्रभावशाली कार्रवाई नहीं कर पाया है।" 

उन्होंने इस दुखद तथ्य की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि सन् 2000 से विश्व में आतंकवादी आक्रमणों के शिकार लोगों में 500 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। विशेषकर विगत दो वर्षों के दरम्यान आईएसआईएस एवं बोको हरम के आतंकवादियों ने हज़ारों निर्दोष लोगों की जानें ली। उदाहरणार्थ, आतंकवाद के शिकार 82 प्रतिशत लोग केवल पाँच देशों के थे, ईराक, अफ़गानिस्तान, पाकिस्तान, नाईजिरिया और सिरिया।

महाधर्माध्यक्ष थॉमासी ने सचेत किया कि यदि आतंकवाद के मूल कारणों को, विभिन्न राष्ट्रों एवं अन्तरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा स्पष्टतया एवं तुरन्त सम्बोधित नहीं किया गया तो इसके दुष्प्रभाव जारी रहेंगे तथा स्थिति और अधिक खौफ़नाक बन सकती है।        








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