2015-05-26 11:58:00

सभी धार्मिक समूहों ने की काथलिक आदिवासी महिला के बलात्कार की निन्दा


ढाका, मंगलवार, 26 मई 2015 (ऊका समाचार): बांगलादेश के सभी धार्मिक समूहों ने काथलिक आदिवासी महिला के बलात्कार की कड़ी निन्दा की है।

विगत बुधवार को ढाका में एक मिनी बस पर सवार 21 वर्षीय आदिवासी काथलिक महिला सामूहिक बलात्कार की शिकार बनी थी।

गारो जनजाति की काथलिक महिला मिमेनसिंह धर्मप्रान्त की है जिसका उपचार इस समय  तेजगाँव विक्टिम सपोर्ट सेन्टर में चल रहा है।

मिमेनसिंह धर्मप्रान्त के धर्माध्यक्ष गारो जाति के ही मान्यवर पोनेन पौल कूबी ने कहा, "मैं बेहद दुःखी हूँ तथा बलात्कारियों के लिये कठोरतम दण्ड की मांग करता हूँ।"

21 वर्षीय महाविद्यालयीन छात्र बंगलादेश के सर्वाधिक विशाल शॉपिंग मॉल जमुना फ्यूचर पार्क में पार्ट टाईम काम करती है। पीड़िता की बहन के अनुसार शाम लगभग साढ़े नौ बजे उसे बलात एक बस में ढकेला गया तथा दो घण्टों बाद एक जूते की दूकान के समक्ष फेंक दिया गया।

यद्यपि मॉल के आस-पास सीसीटीवी कैमरा लगे हैं पुलिस का कहना है कि जाँच पड़ताल के लिये विडियो बेकार हैं। जाँचकर्त्ताओं के अनुसार एक बलात्कारी ने कुछ समय पूर्व मॉल में पीड़िता से बात की थी और उसके बाद उसका अपहरण और बलात्कार किया।

रविवार 24 मई को सभी धर्मों के हज़ारों लोगों तथा लगभग 50 मानवाधिकार संगठनों के कार्यकर्त्ताओं ने ढाका की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया तथा बलात्कारियों को दण्डित करने की मांग की।

काथलिक मानवाधिकार कर्त्ता रोज़लीन कॉस्ता ने एशियान्यूज़ से कहा, "युवा लोग अधिकाधिक उग्र एवं अव्यवस्थित होते जा रहे हैं इसलिये कि अब स्कूलों में नैतिकता की शिक्षा नहीं दी जाती।" उन्होंने कहा कि अच्छे-अच्छे और नामी स्कूलों में भी महिला छात्रों एवं शिक्षिकाओं को प्रताड़ित किया जाता है। 








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