2015-05-22 11:45:00

महिलाओं पर दूसरा अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन हिंसा का करेगा खण्डन, कार्डिनल टर्कसन


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 22 मई 2015 (सेदोक): रोम में 22 से 24 मई तक परमधर्मपीठीय न्याय एवं शांति समिति के तत्वाधान में काथलिक महिला अभियानों के विश्व संगठन तथा वर्ल्ड विमन अलायन्स फॉर लाईफ एण्ड फैमीली के सहयोग से दूसरे अन्तरराष्ट्रीय महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इस प्रकार का प्रथम महिला सम्मेलन सन् 2009 में सम्पन्न हुआ था।

वाटिकन प्रेस कार्यालय में पत्रकारों के समक्ष सम्मेलन की प्रस्तावना करते हुए शुक्रवार को परमधर्मपीठीय न्याय एवं शांति समिति के अध्यक्ष कार्डिनल पीटर टर्कसन ने कहा कि उक्त सम्मेलन वर्तमान समाज में महिलाओं के समक्ष प्रस्तुत चुनौतियों का अवलोकन करेगा तथा महिलाओं के विरुद्ध ढाई जानेवाली हिंसा का खण्डन करेगा।

22 से 24 तक जारी सम्मेलन का विषय हैः "2015 के बाद विकास हेतु महिलाओं की कार्यसूची, धारणीय विकास के समक्ष प्रस्तुत चुनौतियाँ"। कार्डिनल टर्कसन ने बताय कि इस सम्मेलन में विश्व के पाँचों महाद्वीपों से महिलाएँ एवं पुरुष हुस्सा ले रहे हैं किन्तु इसमें महिलाओं की संख्या पुरुषों की तुलना में कहीं अधिक है।

उन्होंने कहा कि महिलाएँ किस प्रकार आधुनिक जगत द्वारा प्रस्तुत चुनौतियों का सामना कर रहीं हैं तथा उन्हें किन–किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है इस पर सम्मेलन में विशद चिन्तन किया जायेगा। इसके अतिरिक्तस शिक्षा, परिवार एवं कृषि के विकास आदि क्षेत्रों में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को प्रकाश में लाया जायेगा।   

कार्डिनल महोदय ने कहा कि महिलाओं पर ढाई जानेवाली हिंसा पर सम्मेलन का एक पूरा सत्र समर्पित रखा गया जो आज के परिप्रेक्ष्य में एक गम्भीर प्रश्न है। उन्होंने कहा कि मानव तस्करी, वेश्यावृत्ति तथा दास प्रथा द्वारा महिलाओं के शोषण का खण्डन किया जायेगा। साथ ही, हाल के समय में कुछेक देशों में शुरु, धर्म के आधार महिलाओं का यौन शोषण तथा घरेलु मारपीट की भी कड़ी निन्दा की जायेगी।         








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