2015-05-21 16:44:00

ख्रीस्तीय एक होने के लिए बुलाये गये हैं


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 21 मई 2015 (वीआर सेदोक)꞉ कलीसिया में ख्रीस्तीयों के बीच हमेशा एकता बनी रहे उसकी कीमत येसु ने अपने घावों द्वारा चुकाया। आज ख्रीस्तीयों से अह्वान की जाती है कि वे एकता हेतु कृपा मांगें तथा विभाजन की भावना, युद्ध तथा ईष्या से संघर्ष करें। यह बात संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन स्थित प्रेरितिक आवास संत मर्था के प्रार्थनालय में पावन ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए प्रवचन में कही।

उन्होंने कहा, ″येसु की महा प्रार्थना, वे ‘सब-के-सब एक हो जायें। पिता! जिस तरह तू मुझ में है और मैं तुझ में, उसी तरह वे भी हम में एक हो जायें’।″

संत पापा ने प्रवचन में संत योहन रचित सुसमाचार पाठ पर चिंतन किया जहाँ येसु अपने दुःखभोग एवं मृत्यु के पूर्व, अंतिम ब्यारी के समय चेलों के सम्मुख पिता से एकता हेतु प्रार्थना की थी।

संत पापा ने कहा, ″यह सुखद है कि येसु न केवल चेलों की एकता के लिए प्रार्थना करते हैं किन्तु उन सभी के लिए भी जो उनके वचनों पर विश्वास करते हैं।″ उन्होंने कहा, ″शायद हम इन शब्दों पर अधिक ध्यान नहीं देते हैं कि येसु ने मेरे लिए प्रार्थना की है पर यदि हम ग़ौर करें तो यही हमें दृढ़ता प्रदान करेगा। वे हमारे लिए प्रार्थना करते हैं और यह सच है क्योंकि उन्होंने स्वर्गीय पिता के सम्मुख प्रार्थना की है।″

संत पापा ने कहा कि येसु हमारे लिए प्रार्थना करते हैं तथा उन्होंने हमारे लिए अपने घावों द्वारा एकता की कीमत चुकायी है। वे आज भी घायल हृदय से प्रार्थना करना जारी रखते हैं।

येसु कलीसिया में अपनी प्रजा के लिए प्रार्थना करते हैं किन्तु वे जानते हैं कि दुनिया में विभाजन, युद्ध तथा ईष्या की भावना प्रबल है यहाँ तक कि परिवारों, धर्मसमाजी समुदायों, धर्मप्रांतों एवं समस्त कलीसिया में भी जो कि एक बड़ा प्रलोभन है। यह प्रलोभन लोगों को एक दूसरे से बात करने से रोकता है तथा उनमें एक लेबल लगाता है।

संत पापा ने कहा, ″हमें एक होना चाहिए जैसे येसु पिता के साथ एक थे। यह वास्तव में सभी ख्रीस्तीयों के लिए एक बड़ी चुनौती है। विभाजन को हमारे बीच जगह नहीं देनी चाहिए, हम विभाजन की भावना को स्थान न दें क्योंकि इसके द्वारा झूठ का पिता हमारे बीच प्रवेश करता है। संत पापा ने कहा कि हम सभी एक समान हैं अतः एक साथ जीने का प्रयास करें। येसु ने हम प्रत्येक को क्षमा कर दिया है तथा हमारे लिए प्रार्थना करते हैं कि हम एक हो जाएँ। कलीसिया को इस प्रार्थना की अति आवश्यकता है।

एकता के लिए कृपा चिपकाने वाला पदार्थ नहीं है। संत पापा ने मजाक करते हुए कहा कि कलीसिया को एकता के सूत्र में बांधे रखने के लिए कृपा की आवश्यकता है किन्तु कृपा कोई चिपकाने वाला पदार्थ नहीं है उन्होंने कहा कि हमें पवित्र आत्मा को स्थान देना चाहिए। संत पापा ने याद दिलायी कि अपने स्वर्गारोहन के अंतिम दिनों में उन्होंने बार-बार दोहराया था कि हम उनके प्रेम में बने रहें। उन्होंने अपील की कि हम प्रार्थना करें ताकि सभी ख्रीस्त के प्रेम में दृढ़ बने रहकर एक-दूसरे के साथ एकता के सूत्र में बधें रह सकें।








All the contents on this site are copyrighted ©.