2015-05-18 16:31:00

नयी संतों द्वारा राष्ट्रों को एक नयी मिशनरी प्रेरणा


वाटिकन सिटी, सोमवार, 18 मई 2015 (वीआर सेदोक)꞉ वाटिकन स्थित संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में रविवार 17 मई को संत पापा फ्राँसिस ने समारोही पावन ख्रीस्तयाग अर्पित कर चार धर्मबहनों को संत घोषित किया तथा ख्रीस्तयाग के अंत में भक्त समुदाय के साथ स्वर्ग की रानी प्रार्थना का पाठ किया।

देवदूत प्रार्थना के पूर्व उन्होंने संत घोषणा समारोह में उपस्थित सभी लोगों का अभिवादन किया। उन्होंने कहा, ″प्रिय भाइयो एवं बहनो, इस समारोह के अंत में नये संतों को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु एकत्र, मैं आप सभी का अभिवादन करता हूँ विशेषकर, फिलिस्तीन, फ्राँस, इटली तथा जॉर्डन के अधिकारिक प्रतिनिधियों का।″

उनकी मध्यस्थता द्वारा राष्ट्रों को एक नयी मिशनरी प्रेरणा प्राप्त हो। दयालुता, उदारता और मेल-मिलाप के उनके उदाहरणों द्वारा उन देशों के ख्रीस्तीय भविष्य को आशा के साथ देख सकें तथा एक-जुटता और भाईचारे के सह-अस्तित्व की भावना के साथ आगे बढ़ सकें।

संत पापा ने सूचना देते हुए कहा कि कल वेनिस में एक पल्ली पुरोहित, शिक्षक एवं संत योसेफ की पुत्रियों के धर्मसंघ के संस्थापक फादर लुइजी कबुरलोत्तो को धन्य घोषित किया गया। उनके आदर्श सेवक के लिए ईश्वर को धन्यवाद।

उसके बाद संत पापा ने बुरूण्डी के लोगों के लिए प्रार्थना करने का आग्रह किया जो कठिन परिस्थिति से होकर गुजर रही है। उन्होंने प्रार्थना की कि प्रभु वहाँ के सभी देशवासियों को मदद कर ताकि वे हिंसा से दूर रहें तथा देश की भलाई हेतु उत्तरदायित्वपूर्ण अपनी ज़िम्मेदारियों को निभा सकें।

उन्होंने माता मरिया से प्रार्थना करते हुए कहा, ″पुत्र तुल्य स्नेह से हम माता मरिया के पास आयें जो कलीसिया की माता एवं सभी संतों एवं ख्रीस्तीयों की आदर्श है।″ इसके बाद उन्होंने भक्त समुदाय के साथ स्वर्ग की रानी प्रार्थना का पाठ किया तथा सभी को अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।

 








All the contents on this site are copyrighted ©.