2015-05-14 16:15:00

वाटिकन में प्रवासियों पर चर्चा हेतु अफ्रीकी राजनयिकों का मंच


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 14 मई 2015 (वीआर अंग्रेजी)꞉ काथलिक परमधर्मपीठ ने बुधवार 13 मई को, जान बचाने हेतु भूमध्यसागर पार करने का प्रयास करने वाले प्रवासियों की विकट स्थितियों पर विचार करने एवं उनके लिए आशा प्रदान करने हेतु सभी शीर्ष राजनयिकों को वाटिकन ने निमंत्रण दिया।।

सूत्रों के अनुसार गत माह लीबिया से करीब 10,000 से भी अधिक लोगों ने भूमध्यसागर पार करने का प्रयास किया था जिसमें नौका दुर्घटना में करीब 1,700 लोगों की मृत्यु हो गयी थी।

न्याय एवं शांति तथा प्रवासियों एवं विस्थापितों के लिए बनी परमर्धपीठीय समिति की पहल पर वाटिकन में अफ़्रीकी देशों के राजदूतों के लिए आपसी परामर्श हेतु एक मंच तैयार किया गया था।

न्याय एवं शांति के लिए बनी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल पीटर टर्कशन ने वाटिकन रेडियो से बातें करते हुए कहा कि अत्याचार, शोषण, तस्करी और यहां तक कि मौत के भी भय से, हज़ारों की संख्या में लोग चुपचाप अपनी रक्षा हेतु अफ्रीकी देशों से भागकर समुद्र पार करते हैं।

उन्होंने संत पापा फ्राँसिस की याद करते हुए कहा कि उन्होंने लम्पेदूसा जाकर, ‘उदासीनता की संस्कृति’ पर आवाज उठाई थी।

कार्डिनल टर्कशन ने कहा कि यद्यपि जो लोग भूमध्यसागर से होकर यूरोप में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे हैं उनमें से अधिकतर लोग उत्तरी और दक्षिणी उप-सहारा अफ्रीका के नहीं हैं तथापि उनपर अधिक चर्चा हो रही है और अफ्रिका की ओर से कोई भी समाधान करने का प्रयास नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ″क्या अफ्रीकी देशों के शीर्ष इन बातों को सुन नहीं पा रहे हैं?″

 कार्डिनल ने कहा कि उपस्थित लोगों ने बहस में घटना के वैश्विक आयाम पर जोर दिया।

 

 








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