2015-05-09 13:26:00

मोजाम्बिक के धर्माध्यक्षों को संत पापा का संदेश


वाटिकन सिटी, शनिवार 9 मई,स 2015 (सेदोक,वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 9 मई को वाटिकन सिटी स्थित प्रेरितिक प्रासाद में मोजिम्बक के धर्माध्यक्षों को परंपरागत पँचवर्षीय  ‘अद लिमिना विजिट’ के पश्चात् संबोधित किया।

संत पापा ने मोजिम्बक में काथलिक धर्माध्यक्षों की अगवाई में हो रहे विभिन्न कार्यों के लिये अपनी खुशी व्यक्त करते हुए अपनी आध्यात्मिक सामीप्य और सहायता का आश्वासन दिया।

संत पापा ने कहा कि येसु ख्रीस्त सबसे मुख्य चरवाहे हैं और उसके नाम पर तथा उसकी आज्ञा के अनुसार हमें चाहिये कि हम अपनी रेवड़ की देखभाल करें।

उन्होंने कहा धर्माध्यक्ष अपने पुरोहितों, माता –पिताओं, बच्चों और मित्रों को अपने ह्रदय के करीब रखें। उनके लिये आपका ह्रदय, आपका हाथ और आपका दरवाज़ा हरदम खुला रहे। उनके साथ बिताया गया समय कदापि व्यर्थ नहीं जाता।

संत पापा ने इस बात पर बल दिया कि हमारे मिशन की सफलता की गारंटी हमारी संख्या में नहीं न ही संस्थाओं के मर्यादा और न ही उपलब्ध विभिन्न स्रोतों में है।

उन्होंने कहा, " सबसे महत्वपूर्ण बात है येसु का प्यार। लोगों को पवित्र आत्मा चाहिये ताकि वे जीवन के वृक्ष से फल प्राप्त करें । जीवन वृक्ष अर्थात प्रभु येसु का क्रूस ही सबसे बड़ी करुणा और प्रेम है जिससे नयी सृष्टि उत्पन्न होती है। क्रूस में ही येसु ने अपना सबकुछ दे दिया और क्रूस से ही सबको गले लगा लिया।"  

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संत पापा ने कहा, " समर्पित जीवन वर्ष में आप ईश्वर की ओर अग्रसर होइये अपनी ख्रीस्तीय समुदाय की ओर अग्रसर होइये, ईश्वर को धन्यवाद दीजिये और उन महान कार्यों के लिये धन्यवाद दीजिये जिसे विभिन्न जिसे समर्पित लोगों ने  मानव सेवा के लिये किया है।"  

उन्होंने कहा, " आप इस बात का प्रयास कीजिये कि लोग एक साथ मिल कर कार्य कीजिये और अपने सब कार्यों को येसु और उसकी दया पर केन्द्रित कीजिये। आपका प्रयास हो कि धर्मप्रांत की शक्ति एकता से पूर्ण और युक्तिसंगत हो।"    

संत पापा ने कहा, " एक धर्माध्यक्ष को चाहितेय कि वह अपने विश्वासियों की बातों को सुने और पवित्र आत्मा की इच्छा के अनुसार कार्य करे। उसे इस बात का भी ख्याल रहे कि आप लोगों के बीच एकता के साधन बनेँ।"  

संत पापा ने कहा, "धर्माध्यक्ष युवाओं का साथ दें विशेष कर के उनमें मानवीय गुणों का विकास तथा व्यावसायिक शिक्षा के अवसर प्रदान करके।"  

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