2015-04-25 14:12:00

धर्माध्यक्षों द्वारा हिन्दु महासभा के बयान की निन्दा


नयी दिल्ली, शनिवार 25 अप्रैल, 2015 (उकान) भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय समिति ने हिन्दु महासभा के महासचिव मुन्ना कुमार शुक्ला द्वारा ख्रीस्तीयों के विरुद्ध दिये गये बयान की कड़ी निन्दा करते हुए इसे " अति भड़काऊ " कहा है।

भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय समिति ने शुक्रवार  24 अप्रैल को बंगलोर में सम्पन्न सभा में ऐसे बयानों का विरोध करते हुए कहा  कि ऐसे बयान और परिवर्धित हिंसा इसकी "भयावह प्रकृति " को इंगित करते हैं।

मालूम हो की शुक्ला ने चर्चों पर आक्रमण के सिलसिले में कहा था कि ये ग़ैरकानूनी नहीं हैं और सरकार को चाहिये कि वह उन्हें पुरस्कृत करे जो गिरजाघरों में आक्रमण करते हैं। भारतीय ख्रीस्तीय समुदाय ऐसे बयानों से आहत और भयभीत हैं।

सभा में कार्डिनल महाधर्माध्यक्ष और धर्माध्यक्ष सहित 40 लोगो ने हिस्सा लिया। धर्माध्यक्षीय समिति के अध्यक्ष कार्डनल बासेलियोस ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि  श्री शुक्ला का बयान कि चर्च पर आक्रमण करना ग़ैरकानूनी नहीं है और यह किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं करता है देश की परंपरा, नियम तथा कानून के ख़िलाफ़ है।

यह भी विदित हो कि श्री शुक्ला ने यह भी कहा था कि चर्च पूजा-पाठ का स्थल नहीं है यह तो धर्मपरिवर्तन कराने की फैक्टरी है। ऐसा कहना अपमानजनक और उकसानेवाली है।

उन्होंने यह भी कहा था कि केन्द्रीय सरकार को चाहिये कि वे उन युवाओं की रक्षा करे जो चर्च पर आक्रमण करते हैं।  

धर्माध्यक्षों ने केन्द्र और राज्य सरकारों से अपील की है कि वे इस तरह के भड़काऊ और उत्तेजक बयानबाजी को बन्द करने के लिये शीघ्र कदम उठाये और ख्रीस्तीयों तथा अन्य अल्पसंख्यकों पर होने वाले आक्रमण को रोके और देश में साम्प्रदायिक सद्भाव सुनिश्चित करे।



 








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