वाटिकन सिटी, शुक्रवार 17 अप्रैल, 2015 (सेदोक,वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने अपने वार्षिक तीर्थयात्रा के सिलसिले में रोम आये ‘पेपल फाउन्डेशन’ के सदस्यों से मुलाक़ात की और उन्हें अपनी शुभकामनायें दी।
पेपल फाउन्डेशन सदस्यों, न्यासी और संत पेत्रुस के कोषाध्यक्षों को संबोधित करते हुए संत पापा ने कहा " प्रेरित संत पेत्रुस का समाधि के दर्शन करना संत पेत्रुस के आसन के साथ एक होने का एक महत्वपूर्ण चिह्न है जो आरंभ से ही पेपल फाउन्डेशन का पहचान चिह्न रहा है।"
संत पापा ने कहा कि संत पेत्रुस के आसन से एक होने के अनुभव आपके विश्वास को मजबूत करे और आपको इस बात के लिये प्रोत्साहित करे कि आपका जीवन एक, पवित्र, काथलिक और प्रेरितिक कलीसिया तथा प्रेरितों से प्राप्त विश्वास को ताजा करे।
‘पेपल फाउन्डेशन’ द्वारा जो विभिन्न कार्यक्रम चलाये जाते हैं वे कलीसिया द्वारा मानव परिवार के सर्वींगीण विकास के लिये किये जाने वाले प्रयासों का अनवरत साक्ष्य देते हैं। मानव परिवारों का पूर्ण विकास आज की सबसे बड़ी ज़रूरत है।
संत पापा ने कहा कि फाउन्डेशन न केवल मानव परिवारों को सुदृढ़ करती है पर अपने कोष का एक बड़ा भाग धर्मसमाजियों बन्धुओं और धर्मबहनों के प्रशिक्षण में लगाती है ताकि उनकी स्थानीय कलीसिया आत्मनिर्भर और स्थिर हो सके और उसका उचित पुरस्कार लोगों को प्राप्त हो सके।
संत पापा ने कहा कि वे ‘पेपल फाउन्डेशन’ के सदस्यों को उनके कामों और बलिदानों के लिये उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करते और उनके परिवारों तथा प्रिय जनों को अपनी प्रार्थनाओं का आश्वासन देते हैं।
उन्होंने कहा कि जैसा कि कलीसिया प्रभु की दया की जुबिली मनाने जा रही है मैं प्रभु येसु से प्रार्थना करता हूँ कि दयालु पिता ईश्वर का चेहरा आप सबों के चेहरों को तरोताज़ा करे।
उन्होंने प्रार्थना की कि पेपल फाउन्डेशन के सदस्य उस स्वतंत्रता का अनुभव करें जो यूखरिस्त और मेलमिलाप संस्कार की क्षमा और निःस्वार्थ प्रेम से प्राप्त होती है।
All the contents on this site are copyrighted ©. |