2015-01-27 11:14:00

ख्रीस्तीयों एवं मुसलमानों को ओबामा की भारत यात्रा से आशा


कोलकाता, मंगलवार, 27 जनवरी सन् 2015 (ऊका समाचार): भारत के ख्रीस्तीय एवं मुसलमान नेताओं ने आशा व्यक्त की है कि भारत का दौरा करनेवाले अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा धार्मिक अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न का मुद्दा प्रधान मंत्री मोदी के समक्ष उठायेंगे।

रविवार को राष्ट्रपति ओबामा ने भारत की तीन दिवसीय यात्रा शुरु की थी। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि रूप में ओबामा तथा उनकी पत्नी मिशेल ओबामा का स्वागत सत्कार किया गया था।

राष्ट्रपति ओबामा की भारत यात्रा के सन्दर्भ में ऊका समाचार से नई दिल्ली में सदभावना सम्प्रेषण माध्यम केन्द्र के निदेशक फादर दोमनिक एम्मानुएल ने कहा था, "अल्पसंख्यक अपने आप को पहले से कहीं असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।"

उन्होंने कहा कि अमरीकी राष्ट्रपति ओबामा को अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न पर मोदी जी से बात करनी चाहिये। उन्होंने कहा "ओबामा को प्रधान मंत्री मोदी से कहना चाहिये कि हाल में दक्षिण पंथी हिन्दू चरमपंथी दल अल्पसंख्यकों के जीवन को गम्भीर जोखिम में डाल रहे हैं।"

इस बीच, राष्ट्रपति ओबामा की भारत यात्रा से पहले ही भारतीय अमरीकी ख्रीस्तीय संगठन के कार्यकर्त्ताओं ने वाईट ङाऊस की वेबसाईट पर एक याचिका प्रकाशित कर ओबामा से आग्रह किया था कि वे प्रधान मंत्री मोदी से भारत में धार्मिक स्वतंत्रता पर बात करें तथा हिन्दू चरंपंथियों के उदय से जोखिम में पड़े अल्पसंख्यकों की  "धार्मिक स्वतंत्रता की सुरक्षा एवं प्रोत्साहन" हेतु मोदी से हस्तक्षेप का निवेदन करें।        

अमरीका के ख्रीस्तीय संगठन ने याचिका में कहा था जब से प्रधान मंत्री मोदी के नेतृत्व में गठित भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई है जब से हिन्दू चरमपंथी ताकतें मज़बूत हुई हैं जिसका  ख्रीस्तीय, मुसलमान, सिक्ख, जैन, बौद्ध एवं पारसियों सहित सभी अल्पसंख्यकों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।     

अमरीका के ख्रीस्तीय संगठन ने ओबामा से निवेदन किया था कि प्रधान मंत्री मोदी के साथ बैठकों में वे अल्पसंख्यकों की व्यथाओं को उठायें तथा उन्हें स्वतंत्रता एवं सुरक्षा में जीवन यापन का आश्वासन दिलवायें।  

 








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